श्रीगंगानगर। जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में ‘नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान‘ के तहत जागरूकता कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को गांव संगतपुरा के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में किया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने और युवाओं को इसके खतरों के प्रति जागरूक करना है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से श्री विक्रम ज्याणी ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा देश और समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा है और सीमा क्षेत्र में रहते हुए नशे के प्रलोभन से बचना एक चुनौती है, लेकिन इसे दृढ़ संकल्प और जागरूकता से जीता जा सकता है। उन्होंने बताया कि नशा न केवल एक व्यक्ति बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है। नशा मुक्त समाज का निर्माण तभी संभव है, जब हम सभी इस जिम्मेदारी को समझें और एकजुट होकर काम करें। नशा मुक्त समाज बनाना केवल प्रशासन का नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य श्री राजेश कुमार अरोड़ा ने कहा कि नशा मुक्त गंगानगर के निर्माण में हम सबकी भूमिका महत्वपूर्ण है। हम आज से ही एक कदम नशे के खिलाफ उठाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं। कार्यशाला शाला स्टाफ वरिष्ठ अध्यापक आसाराम, मदनलाल, राजेंद्र बराड़, राजेंद्र सुंडा, व्याख्याता सुनीता, जानकी, बीसीआई विकास सहारण, अभिभावक 9एच से बलजीत सिंह, 10 क्यू से गुरमीत सिंह ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने नशा मुक्त रहने की शपथ ली।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे