हेल्थ खबर । भारत में बीडी-सिगरेट को लेकर काफी मशक्त भी चली आ रही हैं तो वहीं देश भर में सभी राजनेतिक पार्टियों ने भी नशे को खत्म करने पर पहल की हैं । सौ से अधिक कैंसर अस्पतालों के जाने माने कैंसर रोक विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जीएसटी व्यवस्था के तहत बीड़ी को अहितकर वस्तुओं की सूची में डालने की अपील की है और कहा है कि यह सस्ता तंबाकू उत्पाद देश में धूम्रपान से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है ।
सरकारी वित्तपोषित नेशनल कैंसर ग्रिड के तत्वाधान में कैंसर डॉक्टरों एवं 108 कैंसर अस्पतालों की यह मांग यहां सोमवार को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक से पहले आयी है । इस बैठक में नुकसान पहुंचाने वाली अहितकर वस्तुओं समेत विभिन्न वस्तुओं की जीएसटी दरें तय होने की संभावना है ।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अकेले बीड़ी पीने से हर साल छह लाख लोगों की जान चली जाती है या कैंसर से होने वाली मोतों में 60 फीसदी की वजह तंबाकू है ।
जिसके बाद से मोदी सरकार को देखने वाली बात रहेगी की बीड़ी को लेकर क्या फैसला लिया जाता हैं तो वहीं बीड़ी अकेले से देश भर में होने वाले केंसर की वजह से भी नाकारा नहीं जा सकता हैं ।
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