मासूम को एक लाख में बेच करवा रहे थे वेश्यवृति
बाल कल्याण समिति की तत्परता से बरामद हुई नाबालिग
करीब एक माह पहले दिल्ली से हुई थी अपह्रत
समिति ने करवाया मेडिकल
हनुमानगढ़। आज जिला मुख्यालय में आये मामले ने सब की पोल खोल के रख दी हैं ।आज जो जिले में मासूम के साथ देखने को मिला वो शर्मसार कर देने वाला था । एक मासूम को दिल्ली से बेधड़क खरीदा जाता हैं और उसके बाद उसे वेशया वृति के इस दलदल में धकेल दिया जाता हैं लेकिन किसी को कानो-कान खबर तक नहीं होती हैं जो की अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं ।
हनुमानगढ़ में वेश्यावृति का खुलासा
दिल्ली व मुम्बई जैसे बड़े शहरों की तर्ज पर हनुमानगढ़ में भी वेश्यवृति का धंधा धीरे-धीरे फलने-फूलनेलगा है। जिला मुख्यालय पर टाउन व जंक्शन में वेश्यवृति के लिए कई जगहें चर्चित हैं लेकिन मजाल है कि संबंधित थाने की पुलिस उन पर कार्रवाई करने की हिम्मत कर सके। दिल्ली व अन्य जगहों से लड़कियों को हनुमानगढ़ लाकर वेश्यवृति का धंधा करवाया जा रहा है। जो की बहुत बड़ा मामला हैं ।
दिल्ली से हनुमानगढ़ तक का सफर
इसमें शहर के कई बड़े-बड़े होटल संचालक भी शामिल हैं। लेकिन पुलिस की चुप्पी संदेह पैदा करती है। एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला मंगलवार को सामने आया। करीब एक माह पहले दिल्ली से अपह्रत हुई नाबालिग मंगलवार को जंक्शन के सुरेशिया वार्ड चालीस से दयनीय हालत में बरामद हो गई। बाल कल्याण समिति ने जब पुलिस के सहयोग से नाबालिग को बरामद कर पूछताछ की तो पीडि़ता ने जो खुलासा किया वह सुनकर समिति सदस्य भी हैरान हो गए। गठन के बाद समिति के सामने इस तरह का यह पहला मामला सामने आया। समिति ने नाबालिग को अपने कब्जे में लेकर उसका मेडिकल करवाया। इसके बाद दिल्ली पुलिस व पीडि़ता के परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। वहीं परिजन भी मौके पर पहुँचने को तैयार हैं ।
दिल्ली पुलिस परिजनों के साथ आएगी हनुमानगढ़
परिजनों को लेकर दिल्ली पुलिस हनुमानगढ़ के लिए रवाना हो गई। जानकारी के अनुसार बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जोधासिंह के पास मंगलवार सुबह करीब नौ बजे अज्ञातव्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि दिल्ली से अपह्रत कर लाई गई एक 14 वर्षीय नाबालिग से वार्ड चालीस स्थित मंजू अग्रवाल नामक महिला के घर पर वेश्यवृति करवाई जा रही है। समिति अध्यक्ष ने इसकी जानकारी तत्काल जंक्शन थाने में दी। जंक्शन पुलिस ने भी सूचना मिलने के मात्र पांच मिनट में ही वार्ड चालीस में छापा मारकर मंजू अग्रवाल के घर से नाबालिग को बरामद कर लिया। हालांकि छापे की भनक मिलने पर मंजू अग्रवाल सहित अन्य परिजन वहां से फरार हो गए। नाबालिग को पुलिस ने बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया।
क्या बोली पीडि़ता
जब समिति ने बाइपास स्थित बाल कल्याण समिति कार्यालय में नाबालिग से पूछताछ की तो उसने बताया कि दिल्ली में उसके पड़ोस में गोलू व निशा किराए पर रहते थे। करीब एक माह पहले गोलू उसे अपनी मां के बीमार होने की बात कह घर से बहला-फुसला कर हनुमानगढ़ में सुरेशिया अपने घर ले आया। इसके बाद उसने निशा के सहयोग से उसे सुरेशिया के वार्ड चालीस निवासी मंजू अग्रवाल को एक लाख रुपए में बेच दिया। पीडि़ता ने आरोप लगाया कि मंजू अग्रवाल तब से उसे जबरन वेश्यवृति करवा रही है।
दिल्ली थाने में अज्ञात पर दर्ज है मामला
समिति अध्यक्ष जोधासिंह ने बताया कि नाबालिग के बताए अनुसार जब उन्होंने दिल्ली के अमन विहार, बाहरी जिला थाने में सम्पर्क किया तो पता चला कि इस संबंध में 22 फरवरी को अज्ञात के खिलाफ भादंसं की धारा 363, 366 के तहत मामला दर्ज है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस व परिजनों को लड़की की बरामदगी की सूचना दे दी गई है। इसके बाद पुलिस परिजनों को साथ लेकर हनुमानगढ़ रवाना हो गई। देर शाम तक उनके हनुमानगढ़ पहुंचने की संभावना है। वहीं समिति ने नाबालिग की नाजुक हालत को देखते हुए उसका मेडिकल करवाने की कार्रवाई की।
समिति भी अपने स्तर पर करेगी जांच
समिति अध्यक्ष जोधासिंह के अनुसार नाबालिग को हनुमानगढ़ पहुंचने पर परिजनों को सौंप दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस मामले की जांच करेगी। साथ ही कहा कि समिति भी जंक्शन पुलिस के सहयोग से अपने स्तर पर प्रकरण में जांच कर दिल्ली पुलिस का सहयोग करेगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एसपी से चर्चा कर वेश्यवृति में संलिप्त लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर मामला दर्ज करवाया जाएगा।पुलिस कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में शहर में इस प्रकार का प्रकरण सामने आने के बाद पुलिस कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठने लगा है।
शिकायत नहीं नई फिर भी पुलिस अंजान
सूत्रो की जानकारी के अनुसार सुरेशिया के वार्ड चालीस निवासी मंजू अग्रवाल के घर में वेश्यवृति की शिकायत नई नहीं है। पुलिस सब कुछ जानने के बाद भी अनजान बनी हुई है। अब इसका क्या कारण है यह तो वो ही जाने। वहीं बाल कल्याण समिति की इस प्रकरण में तत्परता काबिले तारिफ है। सूचना मिलने के बाद मात्र पांच मिनटों में जंक्शन पुलिस के छापा मारने की कार्रवाई का भी नाबालिग की बरामदगी में अहम योगदान रहा।
नामी-गिनामी कुछ होटलों पर होता है वेश्यवृति का धंधा
वहीं अगर सूत्रो की माने तो इस मामले में सिर्फ पुलिस ही संदेह के घेरे में नहीं है बल्कि जंक्शन व टाउन में जगह-जगह संचालित नामी-गिनामी कुछ होटल भी वेश्यवृति के धंधे में संलिप्त हैं। जंक्शन में बस स्टैंड के आसपास, रेलवे स्टेशन के बाहर, टाउन रोड, सूरतगढ़ रोड, अम्बेडकर चौक के पास, टाउन में बस स्टैंड के सामने स्थित होटलों पर वेश्यवृति का अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। पर पता नहीं एसपी तक कार्रवाई से गुरेज करते हैं। शहर में वेश्यवृति के अवैध धंधे को लेकर राजनेता भी चुप्पी साधे हुए हैं। आखिर देखना है कि पुलिस की कार्यप्रणाली सुधरती है या यह धंधा यूं ही फलता फूलता रहेगा।
नामी-गिनामी लोग भी शामिल
वही सूत्रो और मीडिया रिपोर्ट की माने तो जानकारी के अनुसार समिति को दिए बयानों में पीडि़ता ने आरोप लगाया कि मंजू अग्रवाल के घर प्रतिदिन करीब आधा दर्जन लोग उससे संबंध बनाते थे। इनमें शहर के कई नामी-गिनामी लोग भी शामिल हैं। एक सवाल यह भी है कि क्या पुलिस शहर के उन लोगों पर भी कार्रवाई करेगी या पहले की भांति सब कुछ चलता रहेगा।
सोर्स दैनिक योर्कर
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