मनजीत सिंह(श्री गंगानगर):-
नव संवत्सर के उपलक्ष में श्री करणपुर स्थित अग्रवाल धर्मशाला में अखिल भारतीय साहित्य परिषद और श्री करनपुर कला मंच के संयुक्त तत्वधान में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि राजेन्द्र सारस्वत, वशिष्ट अतिथि मा. सरदूल सिंह थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मा. बलदेव राज सैन ने की कार्यक्रम की शुरुआत में मंच के सचिव वासुदेव गर्ग ने अपनी रचना 'मां मेरे देश में खुशियों की दिवाली हो' और कुलविंदर सिंह "कामिल" ने 'खुदा से पहले मैं उसकी याद में रहता हूं सुबह उठता हूं तो मैं मां कहता हूं ' गजल सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया इसके बाद अध्यापक मुकेश ने 'लोकतंत्र हार गया राजनीति जीत गई' वर्तमान हालात ब्यान करती कविता सुनाई अध्यापक कन्हैयालाल ने 'सत्य को शपथ की जरूरत नहीं' गजल सुनाई अध्यापक प्रदीप सिंह अश्क ने व्यंग्यात्मक पंजाबी रचनाएं सुनाई शायर ललित कुमार बंसल ने अपनी ताजातरीन नज़म 'दिखावे में जिंदगी भले हलाक हो जाए' सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। इसके साथ-साथ एडवोकेट लखबीर सिंह अध्यापक जय किशन अध्यापक जगदीश चंद्र वर्मा सहित पधारे कविगणों ने सराहनीय रचनाएं सुना कर समां बांध दिया।
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