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लापरवाही - लाखो खर्च फिर भी राहगीरो के आने की बाट देखता बस स्टेण्ड,उद्घाटन भी नहीं हुआ अब तक


हनुमानगढ़ /चारणवासी (जयलाल वर्मा ) आने-जाने वाले राहगिरों को बस का इंतजार करते समय छाया,विश्राम व पेयजल उपलब्ध करवाने के उदेश्य से सिरसा-नोहर संपर्क सडक़ पर गांव जनानिया में लाखों रूपये खर्च कर बनवाया गया । बस स्टैंड़ पिछले एक दशक से बसों के ठहराव व राहगिरों के आने की बाट झो रहा हैं। बसों के ठहराव न होने के कारण बस स्टैंड़ देख-रेख  के अभाव में बदहाली के आंसू बहा रहा हैं। ग्रामीण कमलेश ऑलख,पवन बैनिवाल,समीश वर्मा इत्यादि ने बताया कि इस मार्ग से हर रोज नोहर व सिरसा रूट पर चलने वाली  बसों की आवाजाही अधिक रहती हैं। ये बसे बस स्टैंड़ पर न रूक कर पिछे ही पीपल के पेड़ के पास रूक जाती हैं। बसों का ठहरना तो दूर की बात सब स्टैंड़ उद्घाटन का भी इंतजार कर रहा हैं।

पशुओं का शरणस्थी बना बस स्टैंड़
नतीजन सार-संभाल के अभाव में यह भवन क्षतिग्रस्त होने लगा हैं । अब इस मे मुसाफिरों कि जगह आवारा पशु आराम फरमाते हैं। राहगिरों की प्यास बुझाने के लिए बस स्टैंड़ के आगे कुंड का निर्माण तो करवाया गया लेकिन इस में एक बार भी पानी नहीं भरा गया। इस कुंड का ढक्कन भी गायब होने से बच्चों व आवारा पशुओं के गिरने की आंशका रहती हैं। ग्रामीणों ने बस संचालकों से नये बस स्टैंड़ पर बस ठहराव की मांग की हैं। 

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