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लापरवाही पर डाला समझौते का पर्दा,सुलझ गया मक्कासर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का गलत ब्लड ग्रुप रिपोर्ट का मामला


कुलदीप शर्मा की स्पेशल रिपोर्ट
हनुमानगढ़ । जिला मुख्यालय के समीप मक्कासर गाँव आज फिर सुर्खियों में रहा ।कल गुरुवार को मक्कासर स्वास्थ्य केंद्र में हुए ब्लड ग्रुप को लेकर हंगामे ने आज फिर तूल पकड़ा जिसको लेकर कॉमरेडों के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा प्रस्तावित घेराव किया गया । घेराव को लेकर कॉमरेड स्वास्थ्य केंद्र मक्कासर में ग्रामीणों के संग पहुंचे ।जिसके बाद अचानक मामले ने रुख बदला ओर कुछ ग्रामीण वहां पर डॉक्टरों के पक्ष में पहुंचे । जिसके बाद एकबारगी माहौल कुछ गर्म हुआ लेकिन आखिर मामले में शांती आई । ग्रामीणों ने आपसी वार्ता में ही बिना डॉक्टरों से कहे ही बाहर ही राजीनामे का दबाब बना दिया ।

क्या था मामला 
मक्कासर निवासी राहुल पुत्र सीताराम जो की राजकीय विद्यालय मक्कासर में 5 वी कक्षा में अध्यनरत  हैं । जिसको सरकार द्वारा मांगी जा रही ब्लड ग्रुप रिपोर्ट की कॉपी जमा करवानी थी जिसको लेकर सीताराम ने अपने लड़के की ब्लड रिपोर्ट मक्कासर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से करवाई गई जिसमे दो रिपोर्ट करवाने पर अलग-अलग जांच सामने आई । एक रिपोर्ट में युवक का ब्लड ग्रुप o+ तो दूसरी रिपोर्ट में a+ दिखाया गया जिसके कारण परिजन असमंझस में पड़ गए और जब डॉक्टर से मिले तो उसका व्यवहार संतोषजनक नहीं रहा जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और ग्रामीणों ने कॉमरेडों के नेतृत्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मक्कासर के सामने नारेबाजी करते हुए डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की  । जिसको लेकर आज शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्र का घेराव प्रस्तावित था जिसको लेकर ग्रामीण काफी संख्या में वहां पहुंचे थे ।

आपस में उलझे ग्रामवासी 
आज मामले में उस समय अजीबो गरीब मोड़ आ खड़ा हुआ जब ग्रामीणों के दो गुट बन गए । एक गुट लापरवाह डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहा था तो दूसरा पक्ष डॉक्टर को माफ़ी देने की बात कर रहा था । इस नाटकीय रूपांतरण हुए मामले ने आखिर डॉक्टर की लापरवाही पर पर्दा डाल दिया और ग्रामीणों के दोनों गुटो ने बिना डॉक्टरों से वार्ता करे ही मामले में बीच-बचाव कर मामले को रफा दफा करने का फैसला ले लिया । वहीं परिजन पक्ष नाराज़ जरूर दिखा ।

 आखिर सुलझ गया लापरवाही का मामला
आज मकासर स्वास्थ्य केंद्र में ब्लड ग्रुप के गलत रिपोर्ट के कारण हुए हंगामे और घेराव अपनी आखिर पड़ाव पर पहुँच गया । मामले में आपसी समझाइस से मामले को रफा-दफा कर दिया गया । एक ओर डॉक्टर की लापरवाही बस मुद्दा बनकर रह गई ।

पत्रिकाxyz ने प्रमुखता से दिखाई थी लापरवाही की रिपोर्ट
पत्रिकाxyz ने इस मामले को लेकर सम्पूर्ण रिपोर्ट तैयार की थी जिसमे बताया गया था की आखिर कैसे एक डॉक्टर की लापरवाही से एक ही युवक की ब्लड ग्रुप जांच में दो अलग-अलग रिपोर्ट लेब टेक्नीशियन द्वारा थमा दी गई थी । जिसको लेकर ग्रामीणों में गुस्सा साफ़ देखा जा सकता था । लेकिन आज वो गुस्सा और आक्रोश चन्द मिनट में ही गुल हो गया औऱ आपसी सुलझारे में लापरवाही को दबा दिया गया ।


किसने क्या कहा 
मक्कासर में हुए डॉक्टर और ग्रामीणों के विवाद को आपसी सुलझारे से सुलझा दिया गया हैं अभी दूसरे पक्ष ने गलती स्वीकार कर ली हैं जिसके बाद मामला सुलझ गया हैं अभी कोई विवाद नहीं हैं --- हंसराज गोदारा,मक्कासर

आज गणमान्य ग्रामीणों के आपसी सुलझारे से मामले को रफा-दफा करवा दिया गया हैं वहीं अगर फिर कभी कोई गलती होती हैं  तो पूरा गाँव लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ लामबन्द होगा। अभी मामले में कोई विवाद नहीं रहा । लापरवाही तो थी लेकिन आपसी मध्यस्ता में गलती मानने के कारण मामले को सुलझा दिया गया हैं -  कॉमरेड ओमप्रकाश स्वामी, मक्कासर डारेक्टर पति

मुझे मेरे लड़के की गलत ब्लड ग्रुप की दो अलग-अलग रिपोर्ट दी गई थी जिसको लेकर डॉक्टर से मिला तो उसका व्यवहार गलत था जिसके बाद ग्रामीणों ने मेरा सहयोग किया और घेराव का फैसला लिया जिसके बाद आज आपसी मध्यस्ता में मामला सुलझा दिया गया हैं -- परिजन सीताराम टाक मक्कासर 

डॉक्टर की लापरवाही पर आज ग्रामीणों की आपसी मध्यस्ता में मामला सुलझा दिया गया हैं वहीं डॉक्टर को आगे से इस प्रकार की लापरवाही दुबारा भविष्य में ना करने की सभी ग्रामीणों ने हिदायत दी -- राजेन्द्र नोखवाल कॉमरेड 

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