सादुलपुर (ओमप्रकाश)। केन्द्रीय मंत्री राम बिलास पासवान द्वारा दिये गये विवादित ब्यान सौ लगड़े मिलकर भी पहलवान नहीं बन सकते का समूचे भारत मे विरोध से साथ-साथ अखिल भारतीय निःशक्तजन कार्मिक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष मनोज पूनिया ने कड़ा एतराज जताकर इसे मानवता के लिए अशोभनिय टिप्पणी बताते हुए निःशक्त मानवता को शर्मसार करने वाला ब्यान बताते हूए नाराजगी जाहिर की।
मनोज पूनिया ने बताया कि निःशक्तजनो को वर्तमान सरकार के केन्द्रीय मंत्री रामबिलास पासवान द्वारा सौ लगड़े मिलकर भी पहलवान नहीं बन सकते आदि ब्यान देकर निःशक्तजनो को अपमान किया है जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निःशक्तजनों को दिव्यांग नाम देने के बाद भी उसी सरकार के मंत्री द्वारा एक प्रकार का ब्यान देना शोभा नहीं देता। वही पूनिया ने बताया कि निःशक्त जनो के लिए इस प्रकार के दिये गये ब्यान के विरोध में समूचे भारतर्वा में विरोध हो चूका है तथा इस प्रकार के ब्यान को लेकर दिल्ली व जयपुंर आदि के थानों मे केन्द्रीय मंत्री रामबिलास पासवान के विरूद्ध एफआईआर दर्ज हो चूकी है। वही मनोज पूनिया ने आज एक बैठक का आयोजन कर आक्रोस जाहिर कर इस ब्यान की निंदा कर प्रधानमंत्री व राट्रपती तथा सर्वोच्य न्यायालय के मुख्य न्यायाधिश को पत्र लिखकर विकलांग अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 92 के उल्लंधन व अपमान उत्पीड़न पर मामला दर्ज कर कठोर कार्यवाही करने की मांग कर मंत्री पद से बर्खास्त करने की अपिल की है। वही पूनिया ने बताया कि इस प्रकार के कानून को तोड़कर ब्यान देने पर 6 माह से 2 साल तक जेल व 10 हजार से 5 लाख तक के जुर्माने का प्रावधान है। बैठक में गोपिचन्द, ओम प्रजापत, पूनमचन्द नायक, रविकुमार, इमरान छिम्पा, इहसाकखान, जगवीरसिंह, राजपाल नेहरा, पवन शर्मा, चक्रघर, राकेश सैन, सलीम खान आदि उपस्थित थे।
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