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सरपंच संघ ने किया ऐलान,मांगे नहीं मानी तो 14 अप्रेल को ग्राम पंचायतो में होगी तालाबंदी फिर 24 अप्रेल को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन की तैयारी


हनुमानगढ़। सरपंच संघ हनुमानगढ़ ने जिला कलक्टर से 2 वर्ष से संघर्षरत सरपंच संघ की लम्बित मांगों के निराकरण नही होने से आहत सरपंच संघ द्वारा 14 अप्रैल से ग्राम पंचायतों के तालाबंदी एवं 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर दिल्ली में विशाल प्रदर्षन बाबत जिलाध्यक्ष धर्मपाल ढिल, जगदीश भाट के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के अनुसार राजस्थान सरपंच संघ पंचायतीराज के संस्थापक प्रदेश में पंचायतीराज के सषक्तिकरण एवं पंचायतों में केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा पूर्णत: अव्यावहारिक परिपत्र एवं आदेशो द्वारा उत्पन्न की गई जटिलताओं के निराकरणार्थ विगत 2 वर्षो से लगातार संघर्षरत है। प्रदेश के सरपंचों द्वारा 2 नवम्बर 2015 एवं 1 अप्रैल 2016 को हजारों की संख्या में प्रदेश की राजधानी जयपुर में विधानसभा पर विषाल प्रदर्षन कर पंचायतीराज के सषक्तिकरण एवं जटिलताओं को दूर करने की पुरजोर मांग की गई थी। जिस पर माननीय मुख्यमंत्री महोदया एवं मंत्री महोदय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा सरपंचों की मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही का आष्वासन दिया गया था । मुख्यमंत्री एवं मंत्री महोदय के निर्देशानुसार अधिकारियों ने सरपंच  संघ के साथ बार बार बैठके की लेकिन आज तक कोई भी सकारात्मक आदेश प्रसारित नही किया गया व पंचायतीराज के सशक्तिकरण की दिशा में कोई सकारात्मक कार्य नही किया। सरपंच संघ ने निर्णय लिया है कि लम्बित मांगों पर माननीय मंत्री की विधानसभा में धोषणाओं पर सकारात्मक काय्रवाही हेतु प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राजस्थान के ध्यान आकर्षण हेतु 14 अप्रेल को बाबा भीमराव अम्बेडकर जयंती से प्रदेष की समस्त ग्राम पंचायतों पर ताला लगाकर चाबी पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों को जमा करवा दी जायेगी फिर भी आदेष पारीत नही किया गया तो 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायतराज दिवस को जयपुर में शहीद समारक पर एकत्रीत होकर दिल्ली कूच करेगे। ज्ञापन देने वालों में सरपंच धर्मपाल ढिल, जगदीश भाट, प्रहलाद बैनीवाल, सिद्धार्थ बलिहारा, वीरपाल, शारदा, नौरंग चावंरिया, रेषम सिंह रामसरा, जंटा सिंह, सुखमन्द्र रंगारा, इन्द्रजीत शर्मा, प्रेम महिया, रामविलास चौयल, सफी मोहम्मद व अन्य सरपंच मौजूद थे।

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