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मीडिया के चाबुको से जागे सामाजिक,धार्मिक,राजनेतिक और स्वयंशम्भु संगठन,दुष्कर्म पीड़िता की नाज़ुक हालात भी नहीं पिंघला पा रही दिल, पुलिस अधिकारियो पर कार्रवाई कब होगी डीजीपी महोदय ?


हनुमानगढ़ । राजस्थान प्रदेश में हनुमानगढ़ में वो शर्मसार कर देने वाला दिन हम सभी को याद ही होगा ।क्यूँ की अभी तो घाव हरे हैं मरहम भी नहीं लग पाया हैं लेकिन जिस प्रकार से एक नाबालिक बालिका को प्रेम जाल में फंसा कर उसको हनुमानगढ़ लाया जाता हैं जिसके बाद उस मासूम नाबालिक को 1 लाख में हैवानो और इंसानियत के दुश्मनो द्वारा बेच दिया जाता हैं । इस पुरे मामले ने जहां हनुमानगढ़ को शर्मसार करके रख दिया वहीं प्रदेश भर में हनुमानगढ़ जिले के नाम भी बदनाम हो गया ।

सब अपनी डफली अपना राग

 लेकिन खैर किसी को क्या लेना-देना हैं इतना बड़ा मामला जिला मुख्यालय पर हुआ मासूम आज भी हॉस्पिटल में तड़फ रही हैं ।उसकी हालात ना तो हम जान सकते हैं ना ही आप लोग । लेकिन हनुमानगढ़ की जनता इतनी निर्दयी होगी किसी ने सोचा भी नहीं होगा ।
सभी यहां अपनी-डफली अपनर राग में मस्त हैं ।

पुलिस की नाकामी को छुपा रहा विभाग

इस मामले ने जहां सभी की कलह खोल के रख दी हैं वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी शक की सुई खड़ी कर दी हैं । मामले को लेकर मीडिया ने पुलिस को आड़े हाथो खूब लिया लेकिन पता नहीं इन पुलिस वालो पर किस की छत्र-छाया हैं जिसने अब तक इन सभी को बचा रखा हैं । अगर हम यूँ कहे की पुलिस को कुछ पता नहीं हैं तो हम गलत हैं जब मीडिया चिल्ला-चिल्ला के बोल रही हैं और खबरे भी प्रकाशित करते रही हैं तो इन बातो से स्पष्ट होता हैं सब कुछ सेटिंग हैं इन धंधे वालो से ।

अब अचानक कहाँ से आये इतने ठिकाने

अगर हम यूँ मान भी लेवे की ये पहला मामला हैं और पुलिस को पता नहीं हैं तो हमारी ये सबसे बड़ी गलतफहमी होगी । नाबालिक के साथ हुई घटना के बाद अचानक से इतने ठिकाने कैसे पैदा हो गए ?
अगर पुलिस का कोई दोष नहीं तो ये ठिकाने किसकी शय पर चलते थे ?
हम एक वक़्त के लिए मान भी लेवे की नहीं पता होगा तो पुलिस की खुफिया एजेंसियो को बन्द कर देना चाहिए या उन तमाम पुलिस वालो पर कार्रवाई की जावे जो इस पीड़िता के साथ हुए घटना कर्म के जिम्मेदार हैं । बाकी आप सभी समझदार हैं ।

पीड़िता की हालात अब भी नाजुक

पिछले कुछ दिनों से जिले में जो कुछ हुआ या हो रहा हैं उससे कोई अनजान नहीं हैं । वहीं इस दरिंदगी का शिकार हुई मासूम पीड़िता की तबियत अभी भी नाज़ुक बताई जा रही हैं ।जो आज तक भी अपने घर वापिस नहीं जा पाई हैं । वहीं हर रोज मीडिया ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अधिकारियो को मजबूर किया कारर्वाई करने को जो की बड़े ही ख़ुशी की बात हैं लेकिन पुलिस चोकी से महज़ कुछ दुरी पर इस प्रकार के धंधे का चलना बहुत ही बड़ा सवालिया निसान हैं

मीडिया के चाबुक से जागे सामाजिक,धार्मिक,राजनेतिक और स्वंयंशम्भु संगठन

आप सोच रहे होंगे की आज हम इस तरह की बाते क्यूँ कर रहे हैं लेकिन सत्य हमेशा सत्य ही रहेगा । दुष्कर्म पीड़िता हर रोज तड़फ रही हैं अपने साथ न्याय होने को तरस रही हैं । लेकिन लगातार सभी धार्मिक,राजनेतिक,समाजिक और स्वयं शम्भु संगठनो को लगातार आइना दिखाने के बाद कहीं जाकर उनको लगा की नहीं यार हमे जाना चाहिए । बड़े ही शर्म की बात हैं एक नाबालिक मासूम के साथ इतनी बड़ी दरिंदगी होती हैं और वो सब जाग नहीं पाते ।लेकिन इन सब बातो ने आमजन को सोचने पर मजबूर कर दिया हैं की हम इन के साथ कैसे रहे लेकिन खैर जो भी हो जो हुआ वो बहुत बुरा हुआ लेकिन इस तरह से किसी का ध्यान नहीं जाना बहुत ही शर्म की बात हैं ।

सोसल मीडिया पर चला युवा नेता का नाम

जब से मामला हुआ हैं उसके बाद से जहां आमजन तो जाग चूका लेकिन जागे नहीं तो वो खदरधारी धारी नेता जो अपने आप को बहुत बड़ा समाज सेवक और समाज का रक्षक मानते हैं वहीँ प्रदेश से लेकर पूरी दुनिया में ये ही होता आया हैं की विपक्ष अपनी भूमिका समझ ही नहीं पाया या समझना नहीं चाहता ? दोनों ही बहुत बड़े सवाल हैं । इसी को लेकर आज व्हाट्सएप्प जो की सोसल मीडिया का एक बहुत बड़ा जाना माना नाम बन गया हैं इसी सोसल मीडिया के अंदर आज एक सत्तापक्ष के नेता पर बड़ा वार किया गया हैं उस पोस्ट में किसी प्रकार का किसी का नाम तो नहीं लिखा गया हैं लेकिन इसारो में कुछ समझाना चाह रहा हैं हम तो शायद नहीं समझ पाये लेकिन आप लोग शायद समझ पाओ । जिसको लेकर हम उस स्टेट्स में लिखा आपको नीचे पेश कर रहे हैं ।
सोसल मीडिया पर चला ट्रेड

मनन हुई गुस्सा तो याद आई कार्रवाई

अगर हम इस पुरे मामले पर नज़र डाले तो मामला जहां एक मासूम के साथ हुई दरिंदगी से जुड़ा हैं तो वहीं आमजन की भावनाओ से भी जुड़ा हुआ हैं अभी हनुमानगढ़ में राज्य बाल सरंक्षण आयोग की अध्यक्षा पीड़िता से मिलने पहुँची तो उसकी आपबीती सुन खुद भावुक हो गई जिसके बाद पीड़िता को भरोशा दिलाया की तुम्हारे साथ दरिंदगी करने वाले एक-एक व्यक्ति को पकड़ा जाएगा जिसके बाद पुलिस अधिकारियो की बैठक लेते हुए मनन ने कहा की कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी आरोपियों को जल्द ही पकड़ा जाए ।जिसके बाद जाकर कहीं पुलिस को अपनी जिम्मेदारी आई और अचानक धरपकड़ शुरू कर दी जिसके बाद क्या कार्रवाई हुई किसको पकड़ा गया मीडिया को नहीं बताया गया । लेकिन इतना स्पष्ट हुआ की अगर मनन चतुर्वेदी यहां नहीं आती तो शायद पुलिस कारर्वाई करती या नहीं करती इस पर भी सवाल खड़ा हो गया हैं ।

हमारा सवाल
क्या इतने बड़े मामले के बाद भी कोई वेश्यावृति का ठिकाना खुला रखेगा ?

इस मामले में सबसे बड़ा हमारा सवाल बनता ही हैं की आखिर इतने बड़े मामले के बाद कोई वेश्यावृति का ठिकाना चलाएगा भी क्यूँ ? अगर ये बात सत्य हैं तो पुलिस की छापेमारी में गिरफ्तार व्यक्ति कौन थे ? क्या पुलिस उन लोगो को पकड़ कर लाई जो इस धंधे को चलाते थे ?
अगर हाँ तो इसका मतलब पुलिस को इस धंधे का सब पता था ?
बाकी आप सभी समझदार हैं ।

आखिर मन्जू और उसका परिवार फरार कैसे हुआ

इस मामले ने जहां हर तरफ पुलिस पर सवालिया निसान खड़े कर दिए हैं तो उच्च अधिकारियो को भी कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया हैं । अब अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियो पर कार्रवाई करने से भी बच रहे हैं । वहीं अगर पुलिस की और से माने तो बाल कल्याण समिति के फोन आते ही पांच मिनट में पुलिस ने छापा मार नाबालिक को बरामद कर लिया लेकिन असली मुजरिम मन्जू और उसका परिवार वहां से फरार हो चूका था जो शायद सम्भव नहीं हैं । लेकिन एक वक़्त मान भी लेवे की ऐसा सम्भव हो भी गया तो पुलिस ने नाकाबंदी करवाके उनको पकड़ने का प्रयास क्यूँ नहीं किया ?
मंजू को आखिर किसने सुचना दि और उसके पास इसकी सुचना कहाँ से पहुंची वो भी बहुत बड़ा सवाल पुलिस की कार्यप्रणाली पर लग गया हैं ।आखिर पुलिस की अंदरुनी गति-विधियों की जानकारी कौन देता हैं ? अब अगर हम मान ले जब पुलिस कुछ समय बाद जाकर ये कहे की मन्जू अग्रवाल वहां थी नहीं ? तो वहां  आखिर था कौन जो नाबालिक के जिस्म का सौदा कर रहा था ?

अभी तक नहीं दर्ज़ हुई एफ आई आर

वहीं आज समाजिक संगठनो की हुई बैठक में बात का बखूबी जिक्र हुआ की अभी तक पुलिस द्वारा किसी प्रकार की FIR दर्ज़ नहीं की गई हैं जो की बहुत बड़ी बात हैं जिसके बाद जहाँ पुलिस का विरोध शुरू हो गया हैं वहीं चेतवानी भी दी गई हैं की पुलिस ने अगर FIR दर्ज़ नहीं की तो तो केंडल मार्च के साथ प्रदर्शन भी किया जाएगा ।

लेखक एक निडर पत्रकार हैं । सभी पाठको से निवेदन हैं मेरी खबर को कोई कॉपी-पेस्ट ना करे ।अन्यथा जिम्मेदारी आप की स्वयं की होगी । खबर के माध्यम से मेने सच्चाई पेश करने का बखूबी प्रयास किया हैं अगर आपको खबर से सम्बन्धित शिकायत सुझाव हैं तो आप हमे ईमेल करे reportexclusive.com@gmail.com 

कुलदीप शर्मा की विशेष रिपोर्ट
कुलदीप शर्मा पत्रकार

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