दूधारू पशुओं को खुला छोड़ने वाले पशु मालिकों के खिलाफ भी दर्ज करवाएं एफआईआर - कलक्टर
बिजली, पानी, चिकित्सा इत्यादि को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कलक्टर ने दिए निर्देश
श्रीगंगानगर । जिला चिकित्सालय से बीकानेर रैफर किए गए तीन महीने के बच्चे के लिए 4 घंटे तक एंबुलेंस 108 के नहीं आने को जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने गंभीर मानते हुए एडीएम विजीलेंस को इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट में बिजली, पानी, चिकित्सा इत्यादि को लेकर हुई समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर ने इस मामले में की एडीएम विजीलेंस से कहा कि भविष्य में ऐसी घटना ना हो इसको लेकर भी क्या किया जाना चाहिए वो भी जांच रिपोर्ट में शामिल किया जाए। साथ ही कहा कि इस घटना के पीछे कारण और संबंधित एजेंसी की भूमिका की भी जांच की जाए। इसके अलावा जिला कलक्टर ने ठुकराना में हुई रात्रि चौपाल में गांव के लोगों ने वैद्य के नहीं आने की शिकायत पर जिला आयुर्वेद अधिकारी को तलब करते हुए कहा कि आपका वैद्य ना तो ठुकराना में आता है और ना ही उस जगह पर जाता है जहां बताया जा रहा था। दोनों ही जगह मैने खुद जाकर देख लिया। जिला कलक्टर ने कहा कि आखिर आपका वैद्य ड्यटी कहां देता है। जिला कलक्टर ने शिकायत के बावजूद जिला आयुर्वेद अधिकारी के ठुकराना विजीट नहीं करने पर भी नाराजगी जताई। जिला कलक्टर ने अगली सप्ताह बैठक में मामले की रिपोर्ट लेकर आने के निर्देश दिए।
बैठक में नगर परिषद की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने इस बात पर नाराजगी जताई कि नगर परिषद की ओर से मानवाधिकार और लोकायुक्त के मामलों में जवाब क्यों नहीं दिए जाते। जिला कलक्टर ने अगली बैठक से पहले इनके जवाब पेश करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि अगर जवाब पेश नहीं किए गए तो आयुक्त के खिलाफ चार्जशीट भिजवा दी जाएगी। शहर में आवारा पशुओं को लेकर जिला कलक्टर ने निर्देश दिया कि जो लोग अपने पशुओं को दूह कर रात में खुला छोड़ देते हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। नालों की सफाई को लेकर कहा कि शहर के सभी नालों की सफाई 1 जून से पहले करवा ली जाए। साथ ही जिन नालों की सफाई हो उनकी रिपोर्ट जिला कलेक्ट्रेट दी जाए ताकि चार अधिकारियों की टीम से उसका वैरिफिकेशन किया जा सके। नालों की सफाई की मॉनिटरिंग जिला कलेक्ट्रेट से करने के कलक्टर ने निर्देश दिए। ट्रैफिक लाइट 15 मई से पहले शुरू करने के निर्देश दिए।
खान विभाग की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने खान विभाग का चार्ज हनुमानगढ़ में कार्यरत अधिशाषी अभियंता के पास होने की बात पर निर्देश दिया कि अधिशाषी अभियंता श्रीगंगानगर एक दिन यहां का फिक्स कर दे ताकि विभाग से संबंधित किसी को कोई शिकायत हो तो उसका निस्तारण किया जा सके। और लोगों को भी पता रहे कि अधिकारी यहां किस दिन आएंगे। जलदाय विभाग की समीक्षा के दौरान जिला कलक्टर ने एसई को निर्देश दिया कि लोगों को साफ पानी मिले और पानी का टाइम फिक्स हो ताकि लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े। बिजली विभाग की समीक्षा में कलक्टर ने निर्देश दिया कि छुट्टियों के बाद जब दुबारा स्कूल खुलेंगे उससे पहले उन स्कूलों में बिजली कनेक्शन कर दिए जाएं जो स्कूल विद्युत कनेक्शन से वंचित चल रही है।
कृकृषि विभाग की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि बीटी कॉटन बीज को लेकर जो भी सिस्टम विभाग ने डवलप किया है उसमें किसी प्रकार की धांधली ना हो और किसानों को किसी भी सूरत में नकली बीज ना मिले। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। कृषि विभाग के उपनिदेशक द्वारा बीटी कॉटन के बीज सुपर 773 को लेकर कहा कि इसी तरह की कई किस्म और है लेकिन किसानों को इनकी जानकारी नहीं है इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि दूसरी उन्नत किस्मों के बारे में भी प्रचार प्रसार क्यों नहीं करवाते ताकि किसानों में बीज को लेकर मारामारी ना हो। श्रम विभाग की समीक्षा को लेकर जिला कलक्टर ने कहा कि आपके विभाग में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए विभिन्न योजनाएं हैं लिहाजा आप सभी विकास अधिकारियों को विभिन्न योजनाओं का आईईसी मैटिरियल उपलब्ध करवाओ ताकि न्याय आपके द्वार शिविरों के दौरान उसे बंटवाया जा सके। जिला परिषद एसीईओ रचना भाटिया को इसकी प्रभारी नियुक्त करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में गांव के लोगों को ज्यादा से ज्यादा पता चले। इसको लेकर सभी विकास अधिकारियों के जरिए आईईसी मैटिरियल शिविरों में बंटवाई जाए।।
बैठक में चिकित्सा विभाग की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि अगर कोई 108 और 104 एंबुलेंस ऑफरोड़ है तो उसे ऑनरोड़ करवाओ। खराब पड़े इंस्ट्रूमेंट के बारे में सीएमएचओ ने बताया कि कुल 156 इंस्ट्रूमेंट खराब थे, जिनमें से 140 ठीक करवा लिए गए हैं 16 प्रोसेस में है। जिला कलक्टर ने पीएमओ को भी जिला अस्पताल में खराब पड़े इस्ट्रूमेंट के बारे में तथ्यात्मक जानकारी देने के निर्देश दिए। पीएमओ ने डायलिसिस मशीन अगले दो-तीन दिन में शुरू हो जाने की बात कही।
पशुपालन विभाग की समीक्षा में कलक्टर ने कहा कि इस बात को इंशोयर करो कि जितनी भी गौशालाएं हैं उनके पास जितने पशु रखने की क्षमता है उतने तक पशु लें। ऐसा नहीं हो कि क्षमता होने के बावजूद पशु लेने से मना कर दे। साथ ही कहा कि मनरेगा के अंतर्गत जितने कैटल शैड बने हैं उनको भी देखें कि वो बने हैं या नहीं । कहीं अगर और जरूरत है तो भी बताएं। आखिर में संपर्क पोर्टल की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि 30 दिन से ऊपर जितने भी मामले हैं उनको निस्तारित कर दें अन्यथा जयपुर में होने वाली कलक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में अलग अलग विभाग वाइज इसकी संख्या प्रस्तुत की जाएगी। उसमें 30 दिन से ऊपर के मामले जिन विभागों के होंगे उनके जिला स्तरीय अधिकारी की स्थिति खराब हो जाएगी। उसके जिम्मेदार आप खुद होंगे।
बैठक में जिला कलक्टर ज्ञानाराम के अलावा एडीएम विजीलेंस वीरेन्द्र कुमार वर्मा, जिला परिषद एसीईओ रचना भाटिया,लोक सेवाओं की सहायक निदेशक रीना छींपा, सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल, पीएमओ डॉ. सुनीता सरदाना, कृषि विभाग के उपनिदशक डॉ. सतीश शर्मा, एसई पीएचईडी ताराचंद कुलदीप, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राजकुमार मिढा, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, एसीपी रूचि गोयल समेत विभिन्न विभागों के आला अधिकारी शामिल थे।
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