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दो साल पहले उठे मामले ने फिर पकड़ी तूल, एम्बुलेंस का स्कूली वाहन के रूप में प्रयोग करने का था मामला | Report Exclusive

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हाल ही फिर उठा हैं 2 सालो से टम्परेली नंबर होने का मामला (विवादित स्कूली वेन फोटो )

सरकारी एम्बुलैस को स्कूली वाहन बनाकर दो वर्षों से किया जा रहा है उपयोग

अभी तक यातायात विभाग की नजर ही नहीं पड़ी इस बिना नम्बर वाली वैन पर 

@Report Exclusive Desk
रायसिहनगर | बात करीबन दो वर्ष पुराणी हैं निजी विद्यालय श्री गुरु हरिकृष्ण सीनियर सैकण्डरी विद्यालय के स्कूली बच्चो को लाने-ले जाने का कार्य एक एम्बुलेंस वाहन द्वारा किया जाता था जिसकी शिकायत स्थानीय जागरूक लोगो द्वारा की गयी साथ ही स्थानीय मीडिया द्वारा छपा गया की किस तरह नियमो की अवहेलना करके एक एम्बुलेंस द्वारा स्कूली बच्चो को लाने ले जाने का कार्य किया जा रहा हैं | जिसके बाद आनन-फानन में उस का एम्बुलेंस लिखा मिवया गया तथा स्कुल के पिले कलर से उसका रंग करवाया गया लेकिन आज फिर वहीं एम्बुलेंस गाडी चर्चा का विषय बनी हुई हैं |  उपयोग दो वर्ष पुराने मामले ने पुनः तुल पकड़ा जिसमें किसी समाजसेवी  की शिकायत पत्र पर अभी तक जांच न होने और इस बिना नम्बर वाली वाहन पर यातायात पुलिस विभाग की नजर नहीं पड़ने पर मामला उजागर हो रहा कि आखिर विभागीय कार्रवाई में इतनी नर्माई क्यों हो रही है। बीते दो वर्षों में विभाग नींद में सोया रहा निजी विद्यालय श्री गुरु हरिकृष्ण सीनियर सैकण्डरी विधालय संचालक ने अपनी दबंगई का लोहा दिखाते हुए दिखाते हुए समाज सेवी को सैंकड़ो बार धमकाया और अपनी पहुंच राजनेताओं तक होना बताया ( इस वैन की सुचना लिखित रूप में उपजिला कलेक्टर महोदय के मार्फत जिला कलेक्टर को दिया गया जिसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई सिर्फ पीले रंग की परत चढाई गई थी अब वो भी उतर चुकी है और नम्बर सिर्फ दो वर्षों से टमपरेरी ही चल रहा है | 
2 साल पहले स्कूली बच्चो को एम्बुलेंस लिखे वाहन से लाया ले जाया जाता रहा हैं (फ़ाइल फोटो )

अब इस कदर नियमो को ताक पर रख चलने से आमजन में क्या संदेश जाएगा वो हम सभी जानते हैं  साथ ही संबंधित अधिकारियो की लापरवाही भी साफ़ झलक रही हे |

स्त्रोत संजय बिश्नोई रायसिंहनगर 

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