दिलीप सेन की रिपोट
प्रतापगढ। वन मंडल में वाटर हॉल पद्धति से वन्य जीवों की गणना वैशाख पूर्णिमा बुधवार 10 मई सवेरे 8 बजे से 11 मई सवेरे 8 बजे तक कराई जाएगी। चौबीस घंटे चलने वाली इस गणना के लिए वन मंडल में 58 वाटर हॉल चिन्हित किए गए हैं।
डीएफओ एसआर जाट ने बताया कि इन वाटर हॉल पर वनकर्मियों, वन्यजीव प्रेमियों, वन सुरक्षा समितियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य गणना करेंगे।
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इसके लिए वन मंडल स्तर पर एक प्रशिक्षण आयोजित कर संबंधित को ट्रेनिंग दी जा चुकी है तथा वन्यजीव प्राणी की पहचान के संबंध में भी निर्देश दिए जा चुके हैं। गणना के समय सफेद कपड़े नहीं पहनने, इत्रा, मोबाइल, धूम्रपान का उपयोग नहीं करने तथा वन्य जीवों को किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं करने के संबंध में भी गणनाकर्मियों को बताया गया है।
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उन्होंने बताया कि इस वर्ष बघेरा, सियार, गीदड़, जरख, चीतल, सांभर, रोजड़ा, चौसिंगा, जंगली सूअर, सेटी, उड़न गिलहरी, गोडावण, सारस, जंगली मुर्गा एवं मगर आदि प्रजातियों के जीवों की गणना की जाएगी। पैंथर आदि वन्यजीवों की गणना के लिए पगमार्क लिए जाने के लिए कहा गया है।
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