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भारत की बेटी” उज़मा की पूरी सच्चाई - कंही उज्मा आईएसआई की एजेंट तो नही !


@रिपोर्ट एक्सक्लूसिव रिपोर्ट आचार्य संदीपन


इंटरनेशनल/नेशनल न्यूज़ ।‘भारत की बेटी’ उज़मा अहमद, जो कि (कहानी के अनुसार) धोखे से पाकिस्तान ले जाई गयीं थी, वो आज अपने मुल्क में वापिस आ चुकी हैं| देश का हर इंसान, फिर चाहे उन्हें पता हो भी या नहीं कि उज़मा अहमद कौन हैं? उनकी कहानी क्या है? सब खुशियाँ बाँटने में लगे हुए हैं| खैर मौका है भी ऐसा, ‘भारत की बेटी’ जो वापिस अपने मुल्क लौट आई हैं लेकिन ऐसे में कुछ सवाल हैं जो रह-रह कर उज़मा की वतन वापसी की खुशियों पर हावी हो जा रहे हैं, जैसे, आखिर उज़मा पाकिस्तान जैसे मुल्क (जो निर्दोष कुलभूषण को फांसी देने पर तुला है) से सकुशल वापिस लौट कैसे आयीं? दूसरा सवाल: अगर उज़मा की वतन वापसी का श्रेय खुद सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के आला-कमानों के साथ बांटा तो उज़मा ही क्यूँ पाकिस्तान को नर्क साबित करने पर तुली हैं?



कुछ सवाल और उनके जवाब के साथ आइये पहले जान लें कि आखिर “भारत की ये बेटी” उज़मा अहमद हैं कौन?


यूँ तो कोई बोलता है कि उज़मा अहमद डॉक्टर हैं लेकिन इस बात का कोई पुख्ता सबूत फ़िलहाल नहीं है| मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली उज़मा खुद को अनाथ और एडॉप्टेड बताती हैं| दिल्ली के चौहान बांगर इलाके के गली नंबर 13 में रहने वाली उज़मा एक बेटी की माँ हैं| उज़मा को जानने वाले बताते हैं कि उज़मा एक मिलनसार महिला थी| ख्वाब बड़े थे,और विदेश जाने की भी चाह थी|

हैरतअंगेज खुलासा!
पहले भी हो चुकी हैं 5 शादियाँ


उज़मा का ख़राब नसीब ही कहेंगे कि उनकी पाकिस्तान के ताहिर से पहले भी 5 शादियाँ थी, जो मुक्कमल नहीं हो सकी| पांचों शादियों में धोखा खाई उज़मा को एक दिन ताहिर मिलते हैं| ताहिर, जो उन्हें बताते हैं कि वो पाकिस्तानी है और फ़िलहाल मलेशिया में ड्राईवर की नौकरी कर रहे हैं| यहाँ हम आपको बता दें कि उज़मा के पिछले 5 पतियों में से एक विधायक के बेटे भी रह चुके हैं|

उज़मा कैसे मिली पाकिस्तानी युवक ताहिर से, अगर उज्मा डॉक्टर और ताहिर ड्राइवर तो क्यों शादी की उज्मा ने?


ताहिर से अपनी मुलाकत का ज़िक्र करते हुए उज़मा बताती हैं कि अप्रैल में इंटरनेट के जरिए उज्मा की मुलाकात ताहिर नाम के पाकिस्तानी शख्स से हुई थी| जिसके बाद ताहिर ने उज़मा को मलेशिया में जॉब का ऑफर दिया। जॉब के ख्वाब में उज़मा मलेशिया पहुंच भी गयीं। ताहिर वहां टैक्सी ड्राइवर था। ताहिर से मुलाकात के बाद उज़मा भारत लौटीं। उज़मा बताती हैं कि इन सब के बाद एक मई को वो रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गईं। जहाँ फिर से एक बार उनकी ताहिर से मुलाकात हुई थी|


इन सब के बीच एक सवाल और है जो जहन में बार-बार आ रहा है| दरअसल उज़मा की वतन वापसी की तस्वीरों पर गौर किया जाये तो उनमे से एक तस्वीर ऐसी भी है जिसमे उज़मा अपनी बच्ची से लिपट कर रो रही हैं ऐसे में शायद ही इस बात का कोई तार्किक जवाब मिले कि आखिर ये ममता उस वक़्त कहाँ चली गयी थी जब उज़मा ने सब छोड़-छाड़ कर पाकिस्तान जाने का फैसला कर लिया था? तब मोहब्बत शायद माँ के प्यार पर हावी हो गयी थी|
एक और बड़ा और एहम सवाल ये भी पनपता है कि जब उज़मा के साथ भारत में भी (उनकी कहानी के मुताबिक) गलत हुआ है तो “मौत का कुआँ” सिर्फ पाकिस्तान ही क्यों है? साथ ही ये बात भी सभी जानते और मानते होंगे कि उज़मा के सही सलामत मुल्क वापसी में जितना हाथ सुषमा स्वराज का है उतना ही हाथ पाकिस्तानी दूतावास का भी उतना ही श्रेय है फिर आखिर किस बिनाह पर उज़मा पाकिस्तान पर इल्ज़ाम लगा रही हैं?


पाकिस्तान में उज़मा के साथ क्या हुआ?


यहाँ सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि पाकिस्तान में बिताये अपने सफ़र को जहन्नुम करार देने वाली उज़मा के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ जो उज़मा अब किसी और लड़की को नहीं चाहती की वो पाकिस्तान जाये? तो हम आपको बता दें कि उज्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, “पाकिस्तान में ताहिर ने मुझे धोखे से नींद की गोलियां दीं। किडनैप किया और बुनेर ले गया। तीन मई को ताहिर ने बंदूक की नोंक पर निकाहनामे पर साइन करा लिए। फिजिकली और मेंटली टॉर्चर किया।” जो कि सुनने में ही अटपटा लगता है|


उज़मा की सच्ची कहानी में  झांकता झूठ:


बता दें कि अपना दुःख बयां करते हुए उज़मा ने कई बार ये कहा है कि ताहिर ने उन्हें धोखा दिया, ताहिर उन्हें नींद की गोलियां देकर जबरन पाकिस्तान ले गया, ताहिर ने उनसे अपनी शादी और बच्चों का सच छुपाया, वगेरह-वगेरह| उज़मा की इन दलीलों पर अब एक मेसेज हावी हो रहा है जिसे देखकर आपको साफ़ पता चल जायेगा कि उज़मा के साथ क्या धोखा हुआ है|

 वाकई इस मेसेज पर यकीन करिए तो उज़मा की आधी कहानी तो यहीं साफ़ हो जाती है|


कैसे बची उज़मा?


सारी कहानियों में उज़मा के इंडियन हाईकमीशन पहुंचने की कहानी सबसे दिलचस्प है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उज़मा ने ताहिर से कहा कि उन्हें कुछ डॉक्यूमेंट्स लेने के लिए इंडिया जाना होगा। ताहिर को शक नहीं हुआ क्योंकि उज़मा ने उससे कहा था कि वो उसे भी दिल्ली ले जाएंगी। ताहिर और उज़मा पांच मई को इंडियन एम्बेसी पहुंचे। उज़मा वीजा विंडो पर पहुंची। ताहिर, बाहर बैठा रहा। उज़मा ने विंडो पर मौजूद स्टाफ से कहा, “भारतीय हूं, मदद कीजिए।” एक पल चुप रहने के बाद स्टाफ ने उसे एम्बेसी के अंदर ले लिया। वहां जीपी. सिंह (डिप्लोमैट) मौजूद थे। उन्होंने उज़मा से पूरी बात पूछी। उज़मा के मुताबिक, “मैं एम्बेसी सिर्फ एक जोड़ी कपड़ों में गई थी। जीपी सर ने मेरे लिए हर तरह का अरेंजमेंट किया। वहां की फीमेल स्टाफ ने मुझे ऐसे रखा जैसे मैं उनके परिवार की ही बेटी हूं।”


पाकिस्तान में उज़मा की मदद इंडियन हाईकमीशन के अलावा वहां की ज्युडिशियरी ने की। इस मामले में पाकिस्तान का एक वाकया सुनते हुए सुषमा स्वराज ने भी बताया था कि, “एक सुनवाई के दौरान ताहिर ने हाईकोर्ट के जस्टिस कयानी से कहा, साहब ये पाकिस्तान की इज्जत का सवाल है। इस पर जस्टिस कयानी ने कहा- इसमें हिंदुस्तान और पाकिस्तान कहां आते हैं। ये तो एक लड़की के इंसाफ का मामला है।” सुषमा ने जस्टिस कयानी, पाकिस्तान की होम मिनिस्ट्री और वकील शाहनवाज की भी तारीफ की।


तो फिर पाकिस्तान मौत का कुआँ और नर्क कैसे हुआ?


कुछ बड़े खुलासे:

ISI एजेंट हैं उज़मा?

इतने विवादों के बीच इस तरह का सवाल खड़ा होना भी वाजिब है क्योंकि उज़मा के दिए कई बयानों में आप आराम से झूठ पकड़ सकते हैं|
उज़मा ने कई बार अपने बयान में कहा है कि उन्हें ताहिर ने गुमराह किया है कि वो शादीशुदा और बच्चों के बाप है लेकिन एक व्हाट्सएप मेसेज ने उज़मा के इस आरोप की भी पोल खोल दी है|पकिस्तान और सुषमा स्वराज दोनों की कड़ी महनत की वजह से आज “भारत की बेटी” सुरक्षित अपने मुल्क में हैं तो आखिर बात-बात पर पाकिस्तान को नीचा दिखाकर उज़मा क्या ही साबित करना चाहती हैं?उज़मा का दावा है कि ताहिर खान ने उनसे बन्दूक की नोक पर शादी की है लेकिन इस मामले से जुड़ा एक वीडियो पहले ही सोशल मीडिया पर आ चुका है जिसमे साफ़ होता है कि उज़मा की ये शादी उनकी मर्ज़ी से हुई है ना की बन्दूक की नोक पर|ताहिर ने बताया कि उन्होंने शुरुआत से ही उज़मा को अपने चारों बच्चों का सच बताया था और उन्हें भी उज़मा की बेटी के बारे में पता था|उज़मा के कई झूठों में एक झूठ ये भी है कि उन्होंने अपने अलग-अलग डाक्यूमेंट्स पर अपने पिता का अलग-अलग नाम लिखवाया है|

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