आचार्य संदीपन
नई दिल्ली/मनोरंजन खबर । बॉलीवुड फिल्में और उनके किरदार फिल्मों में जितने खूबसूरत और हसीन जिंदगी के मालिक दीखते हैं , अंदर से उतने ही विवादित और अस्त व्यस्त जीवन उनका होता है। किसी गलत काम को कोई छोटा आदमी करे तो वो उसकी अय्याशी और ऐब कहा जाता है! बॉलीवुड सितारे करे तो शौक माना जाता है या फिर मजबूरी की चमकदार चादर में ढककर उसके काम को "मान्यता" दे दी जाती है।
आज हम बात करेंगे संजय दत्त की जोकि अपनी तीसरी बीवी मान्यता उर्फ़ दिलनवाज शेख उर्फ़ सारा खान के साथ जिंदगी के मजे लूट रहे हैं। (यही तीन शादी का कुकर्म कोई आम आदमी करे तो समाज उसका जीना हराम कर देता है )
संजय दत्त बॉलीवुड में अपनी धुआंधार वापसी के लिए तैयार हैं। उनकी कम बैक मूवी 'भूमि' की शूटिंग पूरी हो चुकी है। इस फिल्म में संजय के साथ अदिति राव हैदरी नजर आएंगी। 'भूमि' के सेट पर अक्सर संजय की पत्नी मान्यता और बच्चों को देखा जाता था।
तीनों संजय दत्त को सपोर्ट करने के लिए सेट पर जाते रहते थे।संजय दत्त के अलावा मान्यता ने भी अपनी एक अलग पहचान बना ली है। मान्यता अक्सर बोल्ड (आप समझ सकते हैं )अवतार में बच्चों के साथ देखी जाती हैं। लेकिन वो अपने परिवार और बच्चों को भी अच्छे से संभालती हैं। संजय ने तो अपनी फिल्मों और विवादों की वजह से खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं।आज हम आपको उनकी पत्नी मान्यता के बारे में कुछ बेहद दिलचस्प किस्से बताएंगे।
जानिए आखिर कौन हैं मान्यता और कैसे वो संजय दत्त से मिली थीं
मान्यता इस समय संजय दत्त प्रोडक्शन की सीईओ हैं। वो संजय का सारा काम संभालती हैं। शायद आप नहीं जानते होंगे कि मान्यता भी एक थर्ड क्लास बॉलीवुड एक्ट्रेस रह चुकी हैं। मान्यता को पहली बार पहचान तब मिली जब उसने फिल्म मेकर प्रकाश झा की फिल्म 'गंगाजल' में आइटम नंबर किया था। फिल्म के आइटम सॉन्ग 'अल्हड़ जवानी' में मान्यता ने जबरदस्त डांस परफॉर्मेंस दी थी।मान्यता का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। पहले मान्यता का नाम दिलनवाज शेख था। मान्यता की परवरिश दुबई में हुई थी।
मान्यता जब बॉलीवुड में आईं तो उसने अपना नाम सारा खान रख लिया। फिल्म इंडस्ट्री में वो इसी नाम से पहचानी जाती थीं। लेकिन प्रकाश झा की फिल्म में आइटम नंबर करने के बाद दिलनवाज ने अपना बदलकर मान्यता रख लिया था।मान्यता के पिता का दुबई में बिजनेस था। उनकी मौत के बाद घर संभालने की जिम्मेदारी मान्यता पर आ गई। यहीं से उसके फिल्मी करियर पर ब्रेक लग गया था। वो अपने फैमिली बिजनेस पर ज्यादा फोकस करने लगी थीं।
मान्यता और संजय की पहली मुलाकात की कहानी
मान्यता एक सक्सेसफुल हीरोइन बनना चाहती थीं। लेकिन उसे कभी कोई बड़ी फिल्म ऑफर नहीं हुई। इसके चलते मान्यता ने थर्ड ग्रेड कही जाने वाली B और C ग्रेड फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। मान्यता को लगा था कि शायद प्रकाश झा की फिल्म में आइटम नंबर करने के बाद उसको फिल्में मिलना शुरू हो जाएंगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।मान्यता की किस्मत उस समय बदली जब संजय दत्त ने मान्यता की एक C ग्रेड फिल्म Lovers Like Us के राइट्स 20 लाख रुपए में खरीद लिए।
इसी मीटिंग में पहली बार संजय दत्त और मान्यता की मुलाकात हुई। इस दौरान संजय दत्त एक जूनियर आर्टिस्ट नाडिया दुरानी को डेट कर रहे थे। मान्यता बिना किसी को बताए संजय दत्त से मिलने जाने लगीं। जब भी नाडिया शहर से बाहर होती थीं तब मान्यता संजय से मिलने उनके घर पहुंच जाती थीं। वो संजय दत्त को अक्सर अपने हाथों का बना खाना खिलाकर इंप्रेस करने की कोशिश करती थीं।
उस समय संजय दत्त को ये समझ नहीं आता था कि वो क्या करें।एक ओर नाडिया थीं जो हमेशा संजय के क्रेडिट कार्ड पर शॉपिंग करती थीं। दूसरी ओर मान्यता थीं जिसने कभी संजय से कुछ नहीं मांगा था। यही वजह थी कि संजय का झुकाव मान्यता की ओर बढ़ गया।
साल 2008 में संजय ने मान्यता से शादी कर ली। उस समय मान्यता की उम्र सिर्फ 29 साल की थीं। जबकि संजय 50 के थे।दोनों की शादी का संजय के परिवार ने काफी विरोध किया था। क्योंकि दोनों की उम्र में करीब 20 साल का फर्क था। मान्यता, संजय की बेटी त्रिशला से बस कुछ ही साल बड़ी हैं। ऐसे में किसी ने भी मान्यता को स्वीकार नहीं किया था। लेकिन संजय को मान्यता पर पूरा भरोसा था। साल 2010 में मान्यता ने दो जुड़वा बच्चों शरान और इकरा को जन्म दिया था।
मान्यता उर्फ़ दिलनवाज शेख उर्फ़ सारा खान भी है तलाकशुदा
आपको शायद ही पता होगा कि मान्यता भी तलाकशुदा है और उसने संजय को पाने के लिए अपने पति जोकि मुस्लिम ही था को तलाक दिया था, बल्कि उसकी पुलिस में शिकायतें तक की थी।
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