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चिकित्सक ने फेंके दिव्यांग पत्रकार के कागज, और कहा बड़े-बड़े अक्षरों में छाप देना ये सब....

डेमो फ़ोटो

पीड़ित के पक्ष में एकजुट हुए पत्रकार, जिला कलेक्टर को भेजी शिकायत....

चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई नहीं तो आंदोलन करेंगे...

नोहर ND न्यूज़
समाज कल्याण विभाग की ओर से जिले में आयोजित किए जा रहे विकलांग पंजीकरण शिविरों की हकीकत सामने आ रही है। इन शिविरों के नाम पर जनता को मूर्ख बनाने के अलावा कुछ नही हो रहा है। इसकी एक झलक गुरुवार को राजकीय चिकित्सालय नोहर में आयोजित शिविर में देखने को मिली। शिविर के नाम पर प्रचार प्रसार कर विकलांगों को बुलाया गया। लेकिन मौके पर न तो जरूरी संसाधन थे और न कोई जवाबदेही। ऐसे में दूर दराज से आये विकलांग और उनके परिजन तपती गर्मी में दिन भर यहां वहां भटकते रहे। यही नही। शिविर में पंजीकरण के लिए आए चिकित्सक ने तो हद ही कर दी। जब एक दिव्यांग पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार कर न कि उसे अपमानित किया बल्कि उसके पंजीकरण सबंधी दस्तावेज फेंक कर गाली गलौच भी की। 
दिव्यांग पत्रकार सुमेरसिंह ने बताया कि आवेदन के साथ दस्तावेज जब डॉ युसूफ गौरी को 5 अक्टूबर 2017 को पेश किये गए तो डॉ गौरी ने दस्तावेजो में 50%विकलांगता दर्शित कर दी।

दिव्यांग ने अवगत करवाते हुए डॉ गौरी को बताया कि पीड़ित पहले से ही 60% विकलांग प्रमाणित है व प्रार्थी इस रिपोर्ट से संतुष्ट नही है। तो डॉ गौरी अभद्र व्यवहार पर उतर आये और कहा कि जाइये यहाँ से, मैं आपको यहाँ सन्तुष्ट करने के लिए नही आया हुं।

दिव्यांग ने बार बार निवेदन किया तो डॉ गौरी बूरी तरह से उलझ गए और दस्तावेज फैंक दिए। इस दौरान चिकित्साक ने उन्हे काफी भला बूरा कहकर कर अपमानित किया। इस दौरान डॉक्टर ने उससे कहा कि खबर भी बड़े बड़े अक्षरों में छपवा देना।

 एक दिव्यांग मीडियाकर्मी के साथ भी चिकित्सक के इस प्रकार बदतमीजी करे तो आम आदमी के साथ इनका व्यवहार कैसा होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

तूल पकड़ रहा है मामला
     
 मामला तूल पकड़ रहा है। सभी पत्रकार एकजुट होकर चिकित्सक के विरुद्ध आज एसडीएम को ज्ञापन भी दिया है। अगर शीघ्र चिकित्सक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई नही हुई तो पत्रकार आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

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