कस्बे के सालमगढ़ बस स्टैंड का मामला
मुकेश शर्मा
दलोट। कस्बे में इनदिनों सोयाबीन की फसल कटाई का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।ऐसी स्थिति में यहाँ कस्बे के सालमगढ़ बस स्टैंड पर आसपास के गांवो से आने वाले मजदूरों की भारी मात्रा में भीड़ जमा हो जाती है।खास बात यह है कि मुख्य सड़क पर भीड़ जमा होने से किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना घटित होने सम्भव है।
मजदुरो की खींचतान व वहानो के आवागमन को लेकर लड़ाई झगड़ा होना तो आम बात है।कस्बे वासियो ने बताया कि सुबह 7बजे से ही आस पास के गांवो से मजदुरो की भीड़ उमड़ने लगती है जो कस्बे के मुख्य दलोट सालमगढ़ सड़क पर जमा होजाती है।वही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यहाँ कोई पुलिस व्यवस्था भी नही है।जबकि कस्बे से महज पुलिस चौकी 3 से 4 किलो मीटर ही है।
सालमगढ़ बस स्टैंड व मुख्य मार्ग होने की वजह से दुपिहिया वहानो के अलावा लोडिंग वहानो का भी आवागमन होता है।जिसके चलते कभी भी यहाँ बड़ी सड़क दुर्घटना घटित हो सकती है।वही वहानो के आवागमन को लेकर रोज लड़ाई झगड़ा होना तो आम बात हो गयी।जानकारी के अनुसार वर्तमान में दलोट के अलावा पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में इनदिनों सोयाबीन की फसल कटाई का कार्य चल रहा है।
जिसके चलते आस पास के गांव एंव ढाणियों से सभी मजदूरी करने के उद्देश्य से दलोट में तड़के से ही जमा होने लगते है।जो धीरे धीरे महिला पुरषो के साथ ही बच्चो का भी मेला लग जाता है।भीड़ इस कदर उमड़ती है कि पर रखने तक कि जगह नही मिलती है।वहानो का निकलना तो दूर की बात है।कस्बे वासियो ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फसल कटाई कार्य चलने तक रोज सुबह पुलिस व्यवस्था की मांग की है,जिससे शांति व्यवस्था कायम रह सके।
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