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​प्रदर्शनियों को सफल बनाने के लिए स्कूली बच्चों का सहारा लिया जा रहा है : जांगिड़​


राजेंद्र सिंघल
सादुलशहर। पीसीसी उपाध्यक्ष एडवोकेट जगदीश चंद्र जांगिड़ ने सरकार के 4 साल पूर्ण होने पर जिला मुख्यालयों पर लगाई गई प्रदर्शनियों को प्रदेश की जनता का मजाक बताया है। श्लोक प्रदर्शनियों इस बात का सबूत है कि प्रदेश की भाजपा सरकार के 4 साल विफल रहे हैं।

 जिला प्रशासन द्वारा प्रदर्शनियों को सफल बनाने के लिए स्कूली बच्चों का सहारा लिया जा रहा है। इसके साथ-साथ सरकार द्वारा निर्देश देकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को समारोह में पहुंचने को मजबूर किया जा रहा है, जो सरकार की नाकामी का जीता जागता उदाहरण है। जांगिड़ ने कहा कि सरकार को समारोह न मना कर प्रदर्शन के हालात पर आतंक चिंतन करना चाहिए। प्रदेश विकासशील राज्यों की सूची से बीमारू राज्यों की सूची में शामिल हो गया है। 

प्रदेश में प्रत्येक वर्ग दुखी है। युवा को रोजगार नहीं मिल रहा है। किसान को उसकी उपज का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। भूमिपुत्र को अन्न पैदा करने के लिए सिंचाई पानी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहे है। व्यापारियों के उद्योग धंधे नोटबंदी एवं जीएसटी के कारण चौपट हो गए है। प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है। 


प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है। आम जनता क्या सुरक्षित होंगे, पुलिसकर्मियों के परिवार भी अपराधिक घटनाओं की चपेट में आ रहे हैैं​। अपराध का ग्राफ आसमान छू रहे हैं। प्रदेश के विधायक भी समय-समय पर प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते नजर आएं हैं। गृहणियां रसोई गैस व सब्जी के बढ़ते दामों से आहत है। बिजली व पानी के बड़े बनाने आजाद भारत के तमाम रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 

सरकारी अस्पताल की स्थिति अनाथालयों की तरह हो गई है। शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की बजाय सरकारी स्कूलों को पीपीपी मोड के माध्यम से निजी हाथों में सौंपने की तैयारी हो चुकी है। सरकार ने जश्न में जो सरकारी पैसा खर्च किया है 


उसे प्रदेश के किसानों के ऋण माफ करके किसानों को संबल प्रदान करना चाहिए था, लेकिन सरकार अपनी तानाशाही कर रही है जिसका बदला अब प्रदेश की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा कर लेगी।

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