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श्रीगंगानगर-जमहि राजान खालसा मार्च 16 फरवरी को।पूरा कार्यक्रम बेटीयों के अस्तित्व के लिए।

         
                                                                              जित जमहि राजान खालसा मार्च 16 फरवरी को ---गुरद्वारा बाबा दीप सिंह जी शहीद पदमपुर रोड श्री गंगानगर में धीयां दे सत्कार के लिए, बेटियों को गर्भ में मारने की सोच का माकूल नाश करने के लिए गुरु साहिब जी का  आदेश कि ' कुड़ी मार ' बेटी मारने वाले के साथ रोटी बेटी की सांझ नहीं रखने  का सन्देश देने के लिए 16 फरवरी को गुरद्वारा बाबा दीप सिंह जी शहीद से बहुत प्रतिक्षित 'जित जमहि राजान खालसा मार्च का आयोजन किया जा रहा है। 



इस खालसा मार्च में पहली  बार गंगानगर पहुँच रहे  बीसवीं सदी के महान जरनैल, बाबा ऐ कौम,संत सिपाही संत ज्ञानी जरनैल सिंह जी खालसा भिंडरां वालों के सपुत्र भाई ईशर सिंह जी व संत बाबा सुखदेव सिंह जी भुच्चो वाले संगतों को गुरु पंथ का आदेश और सन्देश कि 'कुड़ी मार और नडी मार' के साथ कोई साँझ नहीं रखनी का प्रण  करवाएंगे। इस के लिए एक लाख लोगों से कन्या भ्रूण हत्या ना करने के  शपथ पत्र भरवाए जायेंगे।



 16 फ़रवरी शुक्रवार को सुबह 9 गुरद्वारा साहिब से फूलों से सजी पालकी में साहिब श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की अगवाई में आरम्भ  होकर खलसा मार्च  जे सी टी मिल ,भरतनगर,मिर्जेवाला ,3 बी,5 बी,मटीली राठान,गुरद्वारा18F दोपहर लंगर ,केसरीसिंहपुर,कमीनपुरा ,गुलाबेवाला,अरायण,29 F, 6 H डबवाली ,11,12,9G,चूनावढ़,कोठी  होता हुआ शाम वापिस गंगा नगर में पहुंचेगा। केसरी निशान साहिब जी के परचम के नीचे, धौंसों व नगारों की चोट के बीच,रणसिंघे बजाते खालसाई जाहो-जलाल के साथ स्कूटर, मोटर साइकल,ट्रेक्टर ट्राली ,कार ,जीप ,ट्रक व बसों  के विशाल काफिले के साथ ये खालसा मार्च अपनी अनोखी छटा बिखेरता गुरु साहिब जी के आदेश और सन्देश से पूरा इलाका महकाएगा।



          17,18, 19, 20 फ़रवरी  को  बाबा दीप सिंह जी के शहीदी दिहाड़े को समर्पित रोज़ाना शाम सात से दस बजे तक गुरद्वारा बाबा दीप सिंह जी शहीद में  कीर्तन दरबार सजाया जायेगा। जिसमे विशव प्रसिद्ध कथावाचक ज्ञानी पिंदर पाल सिंह जी लुधियाना वाले ,भाई जुझार  सिंह जी व  भाई  बलविंदर सिंह लोपोके हज़ूरी रागी दरबार साहिब, भाई निरंजन सिंह जी जवद्दी टकसाल व भाई भूपिंदर सिंह जी कमल गुरबाणी कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल करेंगे।



आओ गुरु पंथ के जुझारूओं अपनी पंथक रवायतों के मुताबिक पूरे लाम लश्कर के साथ भाई ईशर सिंह जी  का स्वागत कर गुरु साहिब जी की अगवाई में जयकारों से आकाश को गुंजायमान करते हुए इस खालसा मार्च में अधिक से अधिक लोगों को शामिल कर अपना पंथक फ़र्ज़ पूरा करें ।

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