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'अणुव्रत' के छोटे संकल्प से बड़ा परिवर्तन सम्भव -केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री

जयपुर। केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा है कि दुनिया में ‘‘अणुव्रत के सिद्धान्त‘‘ पर आधारित छोटे-छोटे संकल्पों से बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है।



श्री मेघवाल बुधवार को मुम्बई के ठाणे जिला के मांजीवाडा गांव में तेरापन्थ समुदाय के आचार्य श्री भिक्षु महाप्रज्ञ ट्रस्ट की ओर से आयोजित 154 वें ‘‘मर्यादा महोत्स‘‘ को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोन्धित कर रहे थे। 



श्री मेघवाल ने मुनि श्री महेन्द्र कुमार जी की निश्रा में आयोजित इस महोत्सव में कहा कि आज देश की छह विकट समस्याएं है। जिसमें आतंकवाद, सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भ्रष्टाचार, गरीबी एवं गन्दगी शमिल है। उन्होंने सभी का आहवान किया कि इन प्रमुख समस्याआें से देश को ‘‘मर्यादा‘‘ के बल पर मुक्त करा कर प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करें। 



उन्होंने कहा कि शान्ति की मिसाइल ‘‘अणुव्रत‘‘ के संकल्प से मनुष्य पूरे विश्व को स्वर्ग बना सकता है। उन्होंने अपने जीवन से जुड़े आचार्य श्री तुलसी, महाप्रज्ञ एवं महाश्रमण से सम्बनिधत अनेक अनुभव भी साझा किए।



मर्यादा महोत्सव को सम्बोधित करते महाराष्ट्र विधान सभा के मुख्य सचेतक व राजस्थानी मूल के श्री राज. के. पुरोहित ने कहा कि आज पूरे विश्व में हिंसा का ताण्डव है। विश्व को बर्बादी से बचाने के लिए गांव-गांव में अणुव्रत के जैन सिद्धान्त को प्रसारित करने की अत्यन्त आवश्यकता है। महोत्सव में मुनि महेन्द्र कुमार जी एवं साघ्वी श्री अणिमा जी सहित अनेक मुनियो ने अपने प्रवचन मेें मनुष्य जीवन की मर्यादाओ एवं उनके लाभों पर प्रकाश डाला। मर्यादा महोत्सव में हजारो धर्मनिष्ठ अणुव्रती महिला एवं पुरूषो ने मर्यादा संकल्प के साथ भाग लिया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक श्री रवि पाठक सहित अनेक जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

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