हनुमानगढ़। राजस्थान होमगार्ड कर्मचारी संगठन द्वारा बुधवार को राज्य सरकार के अंतिम बजट में होमगार्डो की अनदेखी के विरोध में कलेक्ट्रेट के समक्ष मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतला फूंका गया। पुतला दहन से पूर्व होमगार्डो नें जंक्शन शिव मन्दिर सिनेमा से कलेक्ट्रेट से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुतले की शव यात्रा निकाली। राजस्थान होमगार्ड कर्मचार संगठन के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि पिछले काफी समय से राज्य सरकार से होमगार्ड जवानों को वर्ष भर स्थाई रूप से रोजगार देने
, राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेशानुसार होमगार्ड जवानों को पुलिस के समान वेतन भत्ते देने ,फरवरी 2017 में धरने के दौरान डिस्चार्ज किए गए 29 होमगार्ड जवानों को बहाल करने की मांग कर रहे है। परन्तु राज्य सरकार लगातार संगठन सदस्यों की जायज मांगो की अनदेखी कर रही है।
उन्होने बताया कि राज्य सरकार के अंतिम बजट में संगठन के सदस्यों को होमगार्डो के लिए कोई सकारात्मक घोषणा की उम्मीद थी परन्तु सरकार ने वो उम्मीद भी तोड़ दी। उन्होने बताया कि राजस्थान में होमगार्ड जवानों की कुल नसरी लगभग 31700 है जिसमें महज 8000 जवानों को ही रोजगार प्राप्त हो पाता है ।राज्य मानवाधिकार आयोग द्वारा होमगार्ड जवानों को 12 माह रोजगार उपलब्ध करवाने के आदेश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं परंतु राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है । वर्ष 2013 में राज्य सरकार ने संकल्प यात्रा के दौरान जारी घोषणापत्र में भी होमगार्ड जवानों को नियमित रोजगार देने का वादा किया था जो 4 साल बीतने के पश्चात भी पूरा नहीं किया गया है ।
सरकार की इस वादा खिलाफी से होमगार्ड जवानों में रोष व्याप्त है । जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा होमगार्ड जवानों को पुलिस के समान वेतन भत्ते देने के आदेश किए जा चुके परन्तु राज्य सरकार द्वारा इन आदेशों को लागू नहीं किया जा रहा ।पूर्व में भी माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा उक्त फैसला संपूर्ण भारतवर्ष के लिए दिया जा चुका है और लगभग 17 राज्यो में उक्त फैसले के अनुसार होमगार्ड जवानों को लाभ भी मिल रहा है । परंतु राजस्थान में इसे लागू न कर राजस्थान के होम गार्डों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि फरवरी माह में आंदोलन के दौरान 29 जवानों को डिस्चार्ज कर दिया गया था । समझौता वार्ता में गृहमंत्री से हुई वार्ता में जवानों को बहाल करने की बात कही गई थी जिसे अब तक माना नहीं गया है ।
उन्होने कहा कि जल्द ही सरकार द्वारा होमगार्डो की मांगो को पूरा नहीं किया गया तो मजबूरन होमगार्ड आन्दोलन करने पर मजबूर होगें। धरना प्रदर्शन में अखिल भारतीय नौजवान सभा के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश सिंह जग्गी, माकपा के जिलासचिव रघुवीर वर्मा कांग्रेस के इशाक खान, तोलायूनियन के अध्यक्ष सतपाल दामरी, आम आदमी पार्टी के आशीष गौतम ऐमसा, के सदस्यों ने भी समर्थन देते हुए भाग लिया। इस दौरान राकेश कुमार, उपाध्यक्ष श्रीमति विमला बाई, सचिव रणदीप सिंह, प्रेम कुमार,मदन सिंह, सुरेंद्र सिंह राठौड़, विक्रम सिंह राठौड़ बनवारीलाल सुनील कीर्ति, निर्मला कवंर, सुमन, पूजा शर्मा, कैलाश चंद्र, कलावती, सुमित्रा, गायत्री, मीरा हनुमान बिश्नोई अशोक कुमार विमला मेरा पूजा निर्मला कमला आदि मौजूद थे ।
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