रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,हनुमानगढ़। तपस्वी चैतन्य गुरुजी के सानिध्य में मनोरोग साधना शिवर का आरंभ रविवार को हुआ, जिसमें चैतन्य गुरुजी ने बताया कि मानव शरीर पंचतत्वों पृथ्वी, अग्नि, वायु, जल एवं आकाश से बना होता है।
जब इन पंचतत्वों में असंतुलन होता है तो शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का जन्म होता है। चैतन्य गुरुजी ने बताया कि ओमकार साधना में ब्रह्मांड की ध्वनि ओम को एक विशेष तकनीक से उच्चारित करने पर शरीर में तरंगें पैदा होती हैं, जिससे ये सभी पंचतत्व संतुलित होते हैं।
शिविर में शामिल हुए नए विद्यार्थियों ने जिनमें लेखराम बरायच, विजय माचरा, राजीव ग्रोवर, हीरालाल लोहिया, कृष्ण मेहरड़ा आदि सम्मलित हुए। प्रज्ञा परिवार के वरिष्ठ सदस्य डॉ. जगतार सिंह खोसा व संयोग शर्मा ने बताया कि भविष्य में होने वाली बीमारियों की अग्रिम जानकारी बायो बैल मशीन की जांच से होती है। इस मशीन की जांच रिपोर्ट को सरकारी अस्पतालों में मान्यता प्राप्त है।
प्रज्ञा परिवार के सदस्य संयोग शर्मा ने बताया कि कल से यह बायो वैल जांच सभी शिवरार्थियों के लिए सुलभ होगी जिससे वे भविष् में होने वाली बीमारियों के प्रति सचेत होकर बीमार होने से पहले ही मनोयोग साधना से इलाल करते हुए स्वस्थ रह सकते हैं।

0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे