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नकली हेलमेट बेचने और बनाने पर होगी 2 साल की सजा और 2 लाख रुपये का जुर्माना

 
- बिना आईएसआई मार्का वाले हेलमेट के खिलाफ दो साल में एक भी चालान नहीं
श्रीगंगानगर। सिर पर हेलमेट ऐसा हो कि गिरने के बावजूद जान बच जाएं लेकिन आईएसआई बगैर बिकने वाले सस्ते और नकली हेलमेट आपकी जान को दांव पर लगा सकते है। पुलिस दुपहिया वाहन चालक के सिर पर हेलमेट देखकर उसे गंतव्य स्थल तक पहुंचने के लिए रोकती नहीं है। लेकिन इस आड़ में ऐसे सैंकड़ों लोग है जो अपने सिर पर आईएसआई मार्का की बजाय सस्ते और नकली हेलमेट लगाकर पुलिस की ओर से किए जाने वाले चालान से बच जाते है। लेकिन ऐसे लोगों की सडक़ दुर्घटना में जान जोखिम में आ जाती है। अभिनव राजस्थान और सूचना का अधिकार जागृति मंच से जुड़े कार्यकर्ता अनिल जान्दू ने पिछले पांच वर्षों में हुई सडक़ दुर्घटनाओं के आंकड़े एकत्रित कर जिला श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के जिला परिवहन और पुलिस विभाग से लेकर राज्य और सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से सूचना के अधिकार से सूचनाएं मांगी गई थी। श्रीगंगानगर में पुलिस अधीक्षक ने यह स्वीकारा है कि बिना आईएसआई मार्का वाले हेलमेट के खिलाफ एक भी चालान नहीं किया है ।पिछले दो सालों में जिले भर में ऐसे 33 लोगों की मौत हो चुकी है जिनके सिर पर नकली हेलमेट लगे थे। पिछले दो सालों में इलाके में बिना हैलमेट बाइक चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए अब तक 37 हजार 973 चालान किए गए है। हैलमेट की अनिवार्यता लागू होने के बाद दुपहिया वाहन चालकों में से 125 की मौत हो चुकी है। अनिल जान्दू ने बताया कि उक्त विभागों के प्रदेश कार्यालयों से भी नियम नहीं होने का हवाला देते हुए सुचना दी गई लेकिन अब सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी अनुसार इस साल अक्टूबर से बिना आईएसआई मार्क हेलमेट को बेचने, बनाने और भंडारण के लिए गिरफ्तारी होगी। पहली बार अपराध पर दो साल की जेल या कम से कम 2 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा। वही यदि कोई इस अपराध को दोहराता है तो उसको अधिक जुर्माना देना होगा। साथ ही बताया गया कि सडक़ दुर्घटनाओं में बिना हेलमेट के सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। सडक़ मंत्रालय के अनुसार साल 2017 में 15000 दुपहिया चालक बिना हेलमेट या नकली हेलमेट की वजह से सडक़ हादसों में मारे गए। जबकि 2016 में हेलमेट न पहनने की वजह से 10,135 दुपहिया चालकों की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु हुई थी। वैसे सरकार का यह कदम वाकई सराहनीय है।लोगों को भी अब समझना होगा कि एक अच्छा आईएसआई मार्का हेलमेट आपके सिर की सुरक्षा करेगा।
पुलिस की अनदेखी से सडकों पर बिक रहे है हेलमेट
हेलमेट की अनिवार्यता होने से बाइक सवार लोग पुलिस की ओर से चालान से बचने के लिए सस्ते और नकली हेलमेट खरीदने को मजबूर है। पुलिस की अनदेखी के कारण ऐसे नकली हेलमेट पहनने का चलन कम होने की बजाय बढ़ा है। यही वजह है कि शहर के मुख्य चौराहे के पास सडक़ पर नकली हेलमेट बेचने का कारोबार एकाएक बढ़ गया है। घटिया हेलमेट मटका चौक से आगे मिस्त्री मार्किट की स्पेयर पार्टस की दुकानों से लेकर कलक्ट्रेट के आसपास सडक़ किनारे लोग बेचने लगे है। आईएसआई मार्का हेलमेट की कीमत 800 से 1250 रुपए तक है, वहीं नकली हेलमेट 50 रुपए से 200 रुपए में मिल रहा है।







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