हनुमानगढ़(राजेंद्र वाट्स)।सरकार द्वारा समर्थन मुल्य पर की जाने वाली जिंसों की खरीद पर आढ़त नही दिए जाने के निर्णय के विरोध में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कच्चा आढ़तियो के विभिन्न संगठनों के सदस्यो ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर दो दिवसीय हड़ताल की शुरुवात की ओर जिला कलेक्टर को टाउन व जंक्शन के लगभग 300 संस्थानों की चाबियां ज्ञापन के साथ सौंपी।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल टाउन फ़ूडग्रेन मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष सिंगला ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीद की जाने वाली कृषि जिंसों की खरीद पर आढ़तियों को आढ़त नही दिए जाने के आदेश देकर पिछले लगभग 100 वर्षो से चली आ रही परम्परा को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है यदि ये आदेश लागू होते है तो आढ़तिया वर्ग बर्बाद हो जाएगा ।उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा खरीद की जाने वाली कृषि जिंसों का वजन,क्वालिटी सहित अन्य व्यवस्थाएं उक्त वर्ग द्वारा संचालित की जाती है जिसकी एवज में कमीशन के रूप में उक्त वर्ग को आढ़त मिलती है ।
इसके अलावा आढ़तिया द्वारा कृषि जिंसों का जो बिल दिया जाता है उसमे धर्माते के रूप में एकत्रित होने वाली राशि जो आढ़त में से ही वहन होती है से व्यापार मंडल शिक्षा समिति व गोशाला का संचालन होता है।यदि आढ़त नही मिलेगी तो गोशाला व शिक्षा समिति का संचालन भी बंद हो जाएगा।जंक्शन धान मंडी के व्यापार मंडल अध्यक्ष प्यारेलाल बंसल ने कहा कि हरियाणा व पंजाब की मंडियों में काफी समय से 2.50 प्रतिशत आढ़त दी जा रही है और राजस्थान के व्यापारियों को 2 प्रतिशत उसे भी सरकार बंद कर देगी तो हम अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करेंगे।उन्होंने बताया कि सरकार का उक्त व्यापारी विरोधी निर्णय किसी भी सूरत में सहन नही किया जाएगा। खाद्य व्यापार संघ के अध्यक्ष घनश्याम भादू ने बताया कि गत दिनो पंजाब हरियाणा व राजस्थान के व्यापारियों की सयुक्त बैठक में समर्थन मूल्य पर की जाने वाली खरीद में आढ़त दिए जाने,आढ़त की दर को 2.50 प्रतिशत किये जाने एवम ऑनलाइन बोली का आदेश निरस्त किये जाने की मांग को लेकर 27-28 अगस्त तक दो दिवसीय हड़ताल रखने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था
जिसके फलस्वरूप हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले की समस्त मंडिया बंद रखी जायेगी।उन्होंने बताया कि दोनों जिले की मंडियों के व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल 28 अगस्त को जयपुर में बुलाई गई व्यापारिक संगठनों की बैठक में भाग लेने जाएगा जिसमे व्यपारियो की जायज मांगो को पूरा करवाने के लिए आंदोलन की आगामी रणनीति तय की जायेगी।इस दौरान हेमराज जिन्दल, अमृत लाल गर्ग,दौलत सर्राफ,टिब्बी प्रधान राजकुमार सोडा,बालकिशन करमचंदानी,रमन सर्राफ,रमेश सेतिया,जगदीश अग्रवाल,शंकर जैन,अनिल बंसल,कुलभूषण जिंदल,अतुल धींगड़ा,मूलचंद ढूढ़ानी,महिपाल जिंदल,मंगत जिंदल,मनीष सिंगला सहित सेंकडो की संख्या में व्यापारी मौजूद थे।
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