फरीदाबाद आपको बताने चले कि दिनांक 04 सितंबर को सेक्टर-56 प्रतापगढ़ गाँव के पास खाली प्लाटो में सीवरेज में एक अज्ञात नाश मिली थी । जिसके चलते मुकदमा 04 सितंबर धारा 302,201 आईपीएस थाना सेक्टर-58 में दर्ज रजिस्टर किया गया । मामले की गहनता को देखते हुए पुलिस उपायुक्त अपराध लोकेन्द्र सिंह आईपीएस ने आरोपियों को पकडऩे की जिम्मेवारी क्राइम ब्रांच डीएलएफ को दी व एक टीम का गठन किया। 04 सितंबर को सेक्टर-56 प्रतापगढ़ गाँव के पास खाली प्लाटो में सीवरेज में एक अज्ञात नाश मिली थी ।
जिसकी शिनाख्त असरफ अली पुत्र मोहमद साहिब अंसारी निवासी गाँव धर्मवारी जिला गोपाल गंज बिहार हाल किरायेदार मकान राजकुमार गली न. 331 संजय कॉलोनी फरीदाबाद के रूप में हुई। अफसरान बालान के आदेशानुसार आरोपियों को पकडऩे की जिम्मेदारी डीएलएफ क्राइम ब्रांच को दी गई जो अपराध शाखा डीएलएफ ने मुकदमा हज़ा में सतेन्द्र कुमार पुत्र रमेश चन्द निवासी गाँव रामपुर थाना शिकारपुर जिला बुलंदशहर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है । सतेन्द्र को एनएचपीसी चौक से 06 सितंबर को गिरफ्तार करके गहनता से पूछताछ की गई जो सतेन्द्र ने बताया की लगभग तीन महीने पहले असरफ का भाई मंसूर अली मेरी पत्नी मीरा को बहला फुसलाकर ले गया था। जो दोनों अब तक वापिस नही आये हैं जिसके चलते मैंने एक मुकदमा थाना मुजेसर में दर्ज करवाया था।
पुलिस अब तक उनको बरामद नही कर पायी है। मेरे दो बच्चे है बड़ा बेटा विकलांग और एक बेटी है पिताजी का कई साल पहले स्वर्गवास हो चूका है हम चार भाई व दो बहने है और सभी अलग अलग रहते हैं। सतेन्द्र ने पूछताछ पर बताया कि मंसूर अली मेरे दोस्तों को विडियो कॉल से बात करता था वा मेरी पत्नी से भी बात कराता था वा हमें चिढाता था । मैंने इस बारे कई बार मंसूर अली के घरवालो को बताया था । जो मुझे बार बार दिलासा देते रहते थे कि हम उसको जल्द तलाश करके लायेंगे । मेरे बच्चे वा हम सभी परेशान थे । जो मंसूर अली वा उसके घरवालो ने मिलकर मेरा घर खऱाब कर दिय । मैं यही रंजिश अपने दीमाग में पाले हुए था ।
मैंने इसी रंजिश के चलते सबसे पहले असरफ को ठिकाने लगाने की दिमांक में ठान ली थी । 29 अगस्त को मैंने असरफ को फोन करके शाम को दारू पार्टी करने के लिए तैयार कर लिया वा उसकी छुट्टी होने पर उसे उसकी कंपनी के बाहर लेने के लिए अपनी बाईक से चला गया । लगभग शाम 5 बजे हमने उसकी कंपनी के सामने से ठेके से एक अद्धा खऱीदा और मछली मार्किट से एक किलो मछली फ्राई कराकर सेक्टर 56 फरीदाबाद खाली पड़े प्लाटो में सीबर के गटर के ऊपर बैठकर दारू पीने लगे । मैंने चाक़ू पहले से ही अपनी जेब में रखा हुआ था । लगभग 09.00 बजे रात को जब वहां कोई आ जा नहीं रहा था मैंने पेशाब के बहाने उठकर पीछे से मौका पाकर असरफ का गला काट दिया वा उसको गटर में ही डालकर पास में पड़े गेंहू के झार से भरे हुए कट्टे उसके ऊपर डाल दिए ताकि किसी को लाश दिखाई ना दे और वहां से फरार हो गया ।
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