नगरपरिषद ने 15 पशुओ को अन्य गौशालाओं में भेजा
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के निर्देशानुसार नगरपरिषद श्रीगंगानगर द्वारा नंदीशाला से बेसहारा पशुओं को अन्य गौशालाओं में स्थानांतरित करने के कार्य में तेजी आई है। चूंकि शहर से बेसहारा पशु पकड़ने से पूर्व नंदीशाला में जगह होना आवश्यक था।
नगरपरिषद द्वारा 15 पशुओं को विभिन्न गौशालाओं में छोड़ा गया है। 10 पशुओं को मिर्जेवाला में स्थित गौशाला में तथा 5 पशुओं को श्री गौशाला में छोड़ा गया है। बेसहारा पशुओं के लिये बनाई गई नंदी शाला में 450 पशु है। इन्हें अन्य गौशालाओं में स्थानांतरित करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, अन्य नंदी भी लगातार भेजे जायेंगे। इसके साथ ही नगरपरिषद आयुक्त ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग के माध्यम से टैग प्राप्त करने हेतु आवेदन भेजा गया है। 2-3 दिन में टैग जयपुर से प्राप्त हो जायेगें। टैग प्राप्त होने के बाद शहर में घूम रहे पशुओं को पकड़कर टैग लगाकर नंदीशाला में भेजे जायेगें, जिससे इनकी गणना एवं खाद्य सामग्री का रिकार्ड संधारण संभव हो सकें एवं फर्जीवाडा रोका जा सकें।
जिला कलक्टर श्री नकाते ने नगरपरिषद के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जयपुर से पशुओं के लगने वाले टैग प्राप्त होते ही पशुओं को पकड़ने का कार्य प्रारम्भ किया जाये। पशुओं को पकड़ने के लिये रात्रि का समय उपयुक्त रहेगा तथा इस कार्य में अनुभवी कार्मिकों की सेवाएं ली जाये।
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के निर्देशानुसार नगरपरिषद श्रीगंगानगर द्वारा नंदीशाला से बेसहारा पशुओं को अन्य गौशालाओं में स्थानांतरित करने के कार्य में तेजी आई है। चूंकि शहर से बेसहारा पशु पकड़ने से पूर्व नंदीशाला में जगह होना आवश्यक था।
नगरपरिषद द्वारा 15 पशुओं को विभिन्न गौशालाओं में छोड़ा गया है। 10 पशुओं को मिर्जेवाला में स्थित गौशाला में तथा 5 पशुओं को श्री गौशाला में छोड़ा गया है। बेसहारा पशुओं के लिये बनाई गई नंदी शाला में 450 पशु है। इन्हें अन्य गौशालाओं में स्थानांतरित करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, अन्य नंदी भी लगातार भेजे जायेंगे। इसके साथ ही नगरपरिषद आयुक्त ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग के माध्यम से टैग प्राप्त करने हेतु आवेदन भेजा गया है। 2-3 दिन में टैग जयपुर से प्राप्त हो जायेगें। टैग प्राप्त होने के बाद शहर में घूम रहे पशुओं को पकड़कर टैग लगाकर नंदीशाला में भेजे जायेगें, जिससे इनकी गणना एवं खाद्य सामग्री का रिकार्ड संधारण संभव हो सकें एवं फर्जीवाडा रोका जा सकें।
जिला कलक्टर श्री नकाते ने नगरपरिषद के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जयपुर से पशुओं के लगने वाले टैग प्राप्त होते ही पशुओं को पकड़ने का कार्य प्रारम्भ किया जाये। पशुओं को पकड़ने के लिये रात्रि का समय उपयुक्त रहेगा तथा इस कार्य में अनुभवी कार्मिकों की सेवाएं ली जाये।
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