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इस सत्र में 11.61 लाख किवंटल गन्ने की हुई पिराई


  • चीनी मिल में 106 दिन पिराई दिवस रहे
  • औसत रिक्वरी 9.10 प्रतिशत रही जो गत तीन वर्षों में सर्वाधिक

श्रीगंगानगर। दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित“ किसानों का गन्ना सुख गया 2 लाख क्विन्टल गन्ना, 25 फिसदी गुणवत्ता गिरी, किसानों का 6 करोड़ का घाटा“ के सम्बंध में लेख है कि उक्त प्रकाशित खबर पूर्णत्या तथ्यहीन है तथा गलत प्रकाशित की गई है जबकि गन्ना पिराई सत्रा 2018-19 में गन्ना आपूर्ति हेतु वस्तुस्थिति इस प्रकार से है।
    चीनी मिल का पिराई सत्रा 2018-19 दिनांक 26.12.2018 को प्रारम्भ होकर दिनांक 10.04.2019 रात्रि 10 बजे तक चला। इस समय में चीनी मिल में कुल 106 दिन पिराई दिवस रहे तथा 11.61 लाख क्वि0 गन्ने की पिराई की तथा औसत रिक्वरी 9.10 प्रतिशत प्राप्त की गई जो कि गत् 03 वर्षों से अधिक रही है। गन्ना पिराई के अन्तिम दिवसों में गन्ना आपूर्ति हेतु दिनांक 26.03.19 से सभी किसानो के लिये पर्चीयां (कलेण्डर) खोल दिया गया था ताकि सभी किसान समय से गंन्ना मॉग पर्ची लेकर अपना गन्ना मिल को सप्लाई कर सके इसके क्रम में दिनांक 30.03.2019 मे भी मिल प्रशासन के द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से किसानो से अपील की गई कि सभी किसान भाई जिसका गन्ना अभी शेष है वह गन्ना विभाग से पर्ची लेकर समय से अपना शेष गन्ना सप्लाई कर देवे। इसके बाद दिनांक 03.4.2018 को दिनाक 06.04.2019 तक फैक्ट्री चलने की सम्भावना को देंखते हुए प्रथम नोटिस जारी किया गया व दिनांक 06.04.2019 से दिनांक 8.04.2019 तक फैक्ट्री चलने के लिये द्वितीय नोटिस व दिनांक 08.04.2019 को दिनांक 09.04.2019 तक फैक्ट्री चलने के लिये अन्तिम नोटिस जारी किया गया जिसे मिल गेट के नोटिस बोर्ड एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित किये गये।
    इससे पूर्व दिनांक 01.04.19, 04.04.19 एवं दिनांक 08.04.19 को गन्ना काश्तकार यूनियनो एवं गन्ना काश्तकारों से भी बैठक कर क्षेत्रा में शेष रहे गन्ने की आपूर्ति करने एवं निर्बाध सीजन प्रारम्भ रखने हेतु आवश्यक मात्रा में गन्ना ट्रालियों को भेजने हेतु अवगत कराया गया तथा गन्ना सीजन के अन्तिम दिवस की वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया ताकि किसी काश्तकार भाई का गन्ना आपूर्ति होने से शेष न रह जावे।
    दिनांक 01.04.2019 से 10.04.2019 तक धीमी पिराई करते हुए फैक्ट्री किसानो के लिये चलाई गयी ताकि सभी किसानो भाईयो द्वारा गन्ने की आपूर्ति की जा सकें।
    किसानो के हित के लिये चीनी मिल को नो केन होने पर 40 घण्टे के लिये बन्द रखा गया ताकि मिल क्षमता अनुरूप गन्ना उपलब्ध होने पर पुनः चलाया जा सके तथा गन्ना काश्तकारों अधिक से अधिक गन्ना मिल की आपूर्ति करें ताकि उन्हें आर्थिक नुकसान न हो।
    गन्ना पिराई सत्रा के दौरान मिल द्वारा लगभग समस्त गन्ना जो पिराई हेतु उपलब्ध हुआ लिया गया तथा दिनांक 31.03.2019 तक आपूर्ति किये गये समस्त गन्ने का भुगतान भी किया जा चुका है।

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