श्रीगंगानगर। गंगनहर जल संसाधन दक्षिण खण्ड गंगानगर के समस्त जिन किसानों की दो या दो से अधिक फसलों का आबियाना (सिंचाई शुल्क) बकाया है, वे संबंधित अध्यक्ष, पटवारी को जमा करवाकर रसीद प्राप्त कर लेवें। राज्य सरकार द्वारा सिंचाई शुल्क पर 31 दिसम्बर 2019 तक एक मुश्त राशि जमा करवाने पर ब्याज में शत-प्रतिशत छूट की जा रही है।
अधिशाषी अभियंता श्री प्रदीप रूस्तगी ने बताया कि जिन काश्तकारों द्वारा सिंचाई शुल्क जमा नही करवाया जायेगा, उनकी भूमि को राजस्थान सिंचाई अधिनियम 1955 के नियम 10 ई के अनुसार अधीक्षण अभियंता जल संसाधन की पूर्व अनुमति के अनुसार आपके चक में स्थित सिंचाई भूमि को सिंचाई सुविधा से वंचित कर दिया जायेगा, जिसके लिये संबंधित किसान स्वयं जिम्मेदार होगें।
अधिशाषी अभियंता श्री प्रदीप रूस्तगी ने बताया कि जिन काश्तकारों द्वारा सिंचाई शुल्क जमा नही करवाया जायेगा, उनकी भूमि को राजस्थान सिंचाई अधिनियम 1955 के नियम 10 ई के अनुसार अधीक्षण अभियंता जल संसाधन की पूर्व अनुमति के अनुसार आपके चक में स्थित सिंचाई भूमि को सिंचाई सुविधा से वंचित कर दिया जायेगा, जिसके लिये संबंधित किसान स्वयं जिम्मेदार होगें।
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