कोरोना में रेहड़ी संचालक बने थे प्रशासन के सारथि,फिर लगी गोदाम में आग,अब प्रशासन से ठनी


रेहड़ी संचालकों को जगह-जगह से हटाने पर रेहडी संचालकों में फुटा आक्रोश, सड़क पर सब्जी फेककर जताया रोष

हनुमानगढ़। जंक्शन की सब्जी मंडी मुख्य बाजार उसके बाद भगत सिंह चौक उसके बाद बस स्टैंड रोड और उसके बाद आईडीबीआई बैंक के पास रेहडी संचालक अपनी रेहड़ी लगाकर पालन पोषण करते थे। रेहडी संचालकों ने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों नगर परिषद के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों द्वारा हमें परेशान किया जा रहा है और हमारे ऊपर अब अत्याचार किया जा रहा है। उन्होने बताया कि उन्हे बार बार अलग अलग जगह पर रेहड़ी लगाने के लिए कहा जाता है और उसके बाद वहां से भी हटा दिया जाता है, जिससे उनका रोजगार कमाना मुश्किल हो गया है।

  रेहड़ी संचालकों ने कहा कि कोरोना महामारी में हमने भी जिला प्रशासन का सहयोग किया था और उनके निर्देशानुसार घर घर जाकर सब्जियां वितरित की थी, लेकिन जिला प्रशासन अब रेहड़ी संचालकों का सहयोग नहीं कर रहा। उन्होने बताया कि रेहडी संचालकों को जिला प्रशासन अस्थाई रूप से जगह उपलब्ध करवाएं ताकि वह अपना गुजारा कर सकें। 

उन्होंने बताया कि पहले लॉकडाउन के कारण हमारा रोजगार ठप हो गया था फिर गोदाम में आग लगने के बाद हम बर्बाद हो गए और अब जिला प्रशासन के अधिकारी हमें रेहड़ी नहीं लगाने दे रहे। रेहड़ी संचालकों को सोमवार को भी रेहड़िया नही लगाने दी गई थी और जब मंगलवार सुबह आईडीबीआई बैक के पास पुन: उन्हे रेहड़ी नही लगाने दी तो आक्रोशित रेहड़ी संचालकों ने नारेबाजी करते हुए आईडीबीआई बैक से भगत सिंह चौक तक नारेबाजी करते हुए रोष जताया और उसके बाद जंक्शन भगत सिंह चौक पर आकर अपनी रेहड़िया उल्टा दी और सब्जियों को सड़क पर फेककर प्रदर्शन किया।

 रेहड़ी संचालकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि हमें रेहड़ी लगाने के लिए अनुमति दें ताकि हम अपना व्यापार कर सकें। रेहड़ी संचालकों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने शुक्रवार तक रेहड़ी संचालकों की नहीं सुनी तो वह उग्र आंदोलन करेंगे।

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