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पंचायत सहायक राजेंद्र शर्मा की कार्यशैली से नरेगा श्रमिक परेशान,महिला श्रमिकों ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप


टिब्बी(प्रभुराम). टिब्बी कस्बे में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. कोरोना काल के चलते मजदूरों परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट पैदा हो रहा है ।वहीं मनरेगा में रोजगार मांगने के बावजूद भी काम नहीं मिलने से मजदूरों को झूझना पड़ा रहा है। स्थानीय ग्राम पंचायत की अनदेखी से यहां कार्यरत पंचायत सहायक राजेंद्र शर्मा की मनमानी से मनरेगा श्रमिकों पर भारी पड़ रही है । पंंचायत सहायक राजेंद्र प्रसाद शर्मा मनरेगा में काम मांगने पर फॉर्म -6 भरने की ड्यूटी भी करता है। आवेदन करने के बावजूद शुक्रवार को जारी मनरेगा मस्ट्रॉल सूची में एक दर्जन से अधिक मनरेगा श्रमिकों के नाम गायब मिलने पर श्रमिकों ने रोष जताया । नाम नहीं आने पर जब श्रमिकों ने पंचायत सहायक राजेंद्र प्रसाद शर्मा से  ग्राम पंचायत कार्यालय में आकर जानकारी लेनी चाही तो पंचायत सहायक ने महिला मनरेगा श्रमिकों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार कर  अपमानित किया और अपनी धौंस दिखाते हुए कहा की मनरेगा में नाम नही मिला तो मेरी कोई कोई गारंटी नहीं है। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड सकता। जिसके बाद महिला मनरेगा श्रमिक मायूस होकर घर लौट गई। मनरेगा श्रमिकों ने आरोप लगाया की ग्राम पंचायत की शह पर मनरेगा में काम मांगने पर पंचायत सहायक की मिलीभगत से कुछ अनाधिकृत व्यक्तियों को आवेदन फॉर्म -6 भरने के काम में लगा रखा है। जो अपने मनमर्जी से अपने चेहेतों को मनरेगा में काम मनरेगा में काम मांगने के लिए आवेदन करने वाली एक महिला श्रमिक ने बताया की वह पिछले काफी दिनों से मनरेगा में काम के लिए आवेदन कर रही हूं लेकिन काम नहीं मिल रहा है।

फॉर्म -6भरने के बाद भी नहीं मिल रही रसीद:
टिब्बी ग्राम पंचायत में मनरेगा में काम मांगने के लिए श्रमिकों को फॉर्म-6भरने के बाद रसीद लेने का नियम है । लेकिन फॉर्म भरने के बाद रसीद नहीं दी जा रही है । जिसके चलते काम नहीं मिलने पर मात्र शिकायत के कुछ कर भी नहीं सकतें।नियमानुसार मनरेगा श्रमिक को एक पखवाड़े  काम नहीं मिलने पर भत्ता देने का भी प्रावधान है।लेकिन फॉर्म-6की रसीद नहीं मिलने पर कोई भी भत्ता भी नहीं मांग सकता है। अब सवाल उठता है कि कोरोना काल के चलते आर्थिक संकट में जीवनयापन करने वाले मजदूरों को काम क्यों नहीं मिल रहा है। इस बात की जांच होनी चाहिए की काम मांगने पर कुछ श्रमिकों को काम नहीं मिल रहा है और कुछ श्रमिकों को लगातार काम मिल रहा है। 

सीपीआई-एम भी कर चुकी मनरेगा समस्याओं के समाधान की मांग:
इधर टिब्बी ग्राम पंचायत में मनरेगा समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर विकास अधिकारी को जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपकर कर मांग कर चुकी है। 16जून को विकास अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि टिब्बी में कुछ मेटों को छोडक़र अधिकतर मेट फर्जी तरीके से हाजरी लगाते है। ऐसे मेटो के फर्जीवाड़े को पकडक़र कानूनी कार्रवाई की जाए तो उनसे तत्काल वसूली करने की मांग की थी।

मनरेगा में काम से वंचित लोगों को मस्ट्रॉल जारी कर काम दिया जाएगा :- नरेंद्र कुमार, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत ,टिब्बी ।

पंचायत सहायक की महिलाओं से दुर्व्यवहार की शिकायत मिली है । साथ ही अगर अनाधिकृत व्यक्ति मनरेगा के फॉर्म-6 भरे है ,तो कार्रवाई की जाएगी।:- संतोष सुथार,सरपंच ,ग्राम पंचायत, टिब्बी ।

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