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राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त मामले में आया बड़ा नया मोड़,बीकानेर जिले तक जाँच तेज


बीकानेर(kuldeep sharma)। राजगढ़ थानाधिकारी विष्णु दत्त बिश्नोई (Vishnu dutt bishnoi) आत्महत्या मामले में आज एक और नया मोड़ आ गया है। इस मामले ने अब बीकानेर खाजूवाला की तरफ भी कदम बढ़ा लिए है। हालाँकि परिजनों की सीबीआई मांग के चलते राजस्थान मुख्यमंत्री(ashok gehlot) ने इस मामले की सीबीआई(CBI) जांच की अनुशंसा करते हुए केंद्र को भिजवा दी है। वहीं मामले की जांच सीआईडी सीबी(CID CB) के पास होने के चलते मामले में जांच की प्रक्रिया अभी तेज गति से जारी है। लगता है की मामला जब तक सीबीआई अपने हाथ में लेगी तब तक सीआईडी सीबी भी किसी मुकाम तक पहुँच जाएगी। दरअसल ये राजस्थान पुलिस की साख से जुड़ा हुआए भी मामला माना जा रहा है क्यूंकि राजस्थान पुलिस के एक जांबाज इस्पेक्टर ने आत्महत्या करके अपनी जान दी है।

पुलिस ने जांच गति बढ़ाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत(Ashok Gehlot) के विष्णुदत्त आत्महत्या प्रकरण(vishnu dutt suicide case) की सीबीआई(CBI) को जांच सौंपने के फैसले के अगले ही दिन इस सिलसिले में पुलिस की जांच तेज हो गई है और अब जो सामने आ रहा है, उसमें राजनीति का दखल और बढ़ गया है। बता दें कि पहले यह मामला भ्रष्टाचार के चलते तनाव में आने से जुड़ा था, लेकिन अब इस जांच की दिशा ही बदल गई है। हालांकि, पहले भी विधायक कृष्णा पूनिया(MLA Krishna Puniya) द्वारा बिश्नोई पर लगाए गए आरोपों से इस प्रकरण को जोड़ते हुए यह कहा जा रहा था कि बिश्नोई गंदी राजनीति और कमजोर अधिकारियों के कारण तनाव में आ गए थे, लेकिन अब पुलिस ने जिस तरह से जांच की गति बढ़ाई है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि इस प्रकरण में एक टर्निंग-प्वाइंट आ सकता है।

पूर्व संसदीय सचिव की पत्नी का मोबाईल किया जब्त
जानकारी के अनुसार पूर्व संसदीय सचिव विश्वनाथ मेघवाल(Ex MLA vishavnath meghwal) की धर्मपत्नी विमला(Vimla) के साथ पुलिस की लगभग एक घंटे तक इसी मुद्दे पर बात हुई है और ऐसा माना जा रहा है कि इस बातचीत में कुछ ऐसा निकलकर आएगा, जिससे जांच के लिए नये तथ्य जुड़ जाएं। पुलिस द्वारा मोबाइल जब्त करने की कार्रवाई भी की गई है, जो इस पूरे मामले को और अधिक संदिग्ध बना रही है।हालांकि अभी कुछ कहना शायद जल्दबाजी होगा।

कई जगहों पर पुलिस की ताबड़तोड़ पूछताछ
वहीं इस बीच पता चला है कि पुलिस ने सिर्फ पूर्व संसदीय सचिव की पत्नी का मोबाईल ही जब्त नहीं किया बल्कि गंगाशहर, सुजानगढ़ और चूरू में भी इसी तरह की पूछताछ की है। बीकानेर का नंबर तो सबसे बाद में लगा है। हालांकि, मामला हाइ-प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस अभी कुछ कहने से बच रही है, लेकिन माना और बताया जाता है कि इस पूरे प्रसंग में अब जांच एक मोड़ ले चुकी है, जहां कुछ और परतें उघड़ेंगी।

दो सुसाइड नोट और सीबीआई जांच की मांग
बता दें, विष्णुदत्त बिश्नोई ने दो सुसाइड(vishnu dutt bishnoi suicide note) नोट लिखे थे। दोनों में ही उन्होंने किसी को भी अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार नहीं ठहराया था। इसके बाद जांच की मांग उठी तो पहले क्राइम ब्रांच को जांच दी गई, जो अभी भी जारी है। इस बीच बार-बार इस प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मांग के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पर भी राजी हो गए। अभी जांच शुरू ही नहीं हुई है कि यह एक नया मोड़ आ गया है।

सामाजिक कार्यकर्ता के रोल का क्या मतलब
विमला मेघवाल(Vimla meghal) एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता है, कॉलेज व्याख्याता हैं और स्काउट गाइड की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में उन्हें एक संभावनाशील महिला नेत्री के रूप में भी देखा जाता है, जिनके लिए लोकसभा से टिकट दिलाए जाने की भी पैरोकारी हो चुकी है। अब पुलिस द्वारा मोबाईल जब्ती के मामले के बाद हर किसी के दिमाग में जरूर घूम रहा होगा की आखिर सामाजिक कार्यकर्ता का क्या रोल। विमला मेघवाल के पति डॉ.विश्वनाथ खाजूवाला से पूर्व विधायक व राजस्थान विधानसभा में पूर्व संसदीय सचिव रहे हैं और अपनी साफ-सुथरी राजनीति की वजह से पहचाने जाते हैंं। इससे पहले इस प्रकरण में विधायक कृष्णा पूनिया टारगेट पर थीं।

अब इस पुरे मामले में सीआईडी सीबी द्वारा मामला तेज करने के चलते जल्द ही इस मामले को एक मोड़ तक ले जाने का प्रयास किया जाता दिखाई दे रहा है लेकिन आने वाला समय ही तय कर पायेगा की आखिर परिणाम क्या रहेगा ?


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