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नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया कोरोना जागरुकता का संदेश. ‘‘भय तथा तंत्र-मंत्र नहीं, जांच करवाकर सही इलाज द्वारा कोरोना से पा सकते हैं मुक्ति‘‘


श्रीगंगानगर । सूचना एवं जनसंपर्क विभाग पूरे राज्य में कोरोना जागरूकता अभियान आयोजित कर रहा है जिसके द्वारा गांव-गांव, ढाणी- ढाणी, मोहल्ले और कस्बे तक कोरोना से बचाव के संबंध में संदेश जनता तक पहुंचाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रत्येक जिले द्वारा कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं जिसमें प्रदर्शनी लगानाए सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के नवाचार, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो तथा अन्य माध्यमों से कोरोना से बचाव का संदेश आमजन को दिया जा रहा है। 
  इसी श्रृंखला में श्रीगंगानगर में सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय ने शुक्रवार को जनसेवा हाॅस्पिटल के सहयोग से नुक्कड़ नाटक का आयोजन हनुमानगढ़ रोड स्थित जनसेवा हाॅस्पिटल में किया तथा आमजन को कोरोना से बचने के लिए महत्वपूर्ण संदेश दिया।
 गांव कस्बों तथा मुहल्लों में आज भी कई जगहों पर बीमारियों से बचने के लिए ओझा, तांत्रिक और टोने टोटके के उपाय अपनाए जाते हैं। कोविड-19 वैश्विक महामारी है, इससे बचने का सिर्फ एक तरीका है सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का अधिक से अधिक उपयोग। जनता को यह संदेश देना अति आवश्यक है कि वे इसके लक्षण देखते ही अस्पताल पहुंचकर अपना इलाज शुरू कराएं तथा क्वेरेंटीन होकर अन्य लोगों ने इससे संक्रमित होने से रोकें।
 इस नुक्कड़ नाटक ने जनता के अंदर फैली भ्रांतियों और भय को दूर करने की कोशिश की है जिसमें यह बताया गया कि कोरोनावायरस डरने की आवश्यकता नहीं है तथा उचित उपाय अपनाकर एवं समय पर अपनी जांच करवाकर इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है।
रंगकर्मी विजय भाटिया एवं उनकी टीम ने कोरोना की भयावहता का प्रभावी चित्रण किया और मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंस रखने, हाथ नहीं मिलाने आदि का महत्व बताया। भाविका इसरानी, खुशबू भाटिया, निखिल इसरानी, हितार्थ भाटिया इस टीम में शामिल थे। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय श्रीगंगानगर की सहायक निदेशक ऋतु सोढ़ी, हाॅस्पिटल के अतिरिक्त निदेशक पवन गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी बलजीत सिंह, मीडिया हैड डाॅ. विकास सचदेवा आदि मौजूद रहे। 

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