श्रीगंगानगर,। पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य विभाग भारत सरकार के सहयोग से कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम फेज द्धितीय, एक अगस्त 2020 से 31 मई 2021 तक 10 माह की अवधि में संचालित किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत श्रीगंगानगर जिले के 500 गांव चयन किया गया हैं, प्रत्येक गांव में न्यूनतम 100 दुधारू पशुओं में अधिक उत्पादक देशी नस्लों के हिमकृत वीर्य द्वारा कृत्रिम गर्भाधान किया जाएगा। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ0 हुकमाराम ने बताया कि योजना का लाभ चयनित ग्राम के पशुपालको द्वारा निकटतम पशु चिकित्सा संस्था से उठाया जा सकेंगा। चयनित 500 गांवों का अनुमोदन श्रीमान जिला कलक्टर द्वारा किया गया है। यह कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम पूर्णतः निःशुल्क होगा। अधिक से अधिक पशुपालक इस योजना का लाभ उठाये।
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