श्रीगंगानगर। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (राजस्थान उच्च न्यायालय परिसर) (राजस्थान उच्च न्यायालय परिसर) जयपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) के अध्यक्ष श्री चन्द्रशेखर शर्मा के निर्देशानुसार श्रीगंगानगर न्याय क्षेत्र में 12 दिसम्बर 2020 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत के संचालन के दौरान राज्य सरकार के निर्देशानुसार सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी सुनिश्चित की गई। लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु समस्त जिले के लिये कुल 20 बैंच्स का गठन किया गया। प्रत्येक बैंच में एक न्यायिक अधिकारी तथा एक अधिवक्ता जो सदस्य के रूप में शामिल रहे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) की सचिव श्रीमती सुषमा पारीक ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में दाण्डिक शमनीय अपराध, चैक अनादरण के मामले, बैंक ऋण संबंधी मामले, मोटरयान दुर्घटना संबंधी मामले, वैवाहिक मामले, श्रण विवाद, भूमि अधिग्रहण, बिजली पानी के अशमनीय मामलों के अतिरिक्त मामले व अन्य सिविल मामलों व राजीनामा योग्य मामलों को लोक अदालत की भावना से पक्षकारों के मध्य जरिये राजीनामा निस्तारण का प्रयास किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से न्यायालयों में लंबित कुल 702 प्र्रकरणों को निस्तारित किया जाकर कुल 2,88,68,952/- रूपये का अवार्ड पारित किया गया। इसी प्रकार बैंक लाॅन तथा बीएसएनएल के कुल 91 प्रकरणों का निस्तारण राजीनामें से किया गया ।आयोजित इस राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंच सं. 02 के अध्यक्ष श्री राजकुमार शर्मा, न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, श्रीगंगानगर द्वारा राकेश कुमार व उसकी पत्नी पूजा के मध्य समझाईश की गई व उन्हें आजीवन एक साथ रहने हेतु सहमत किया गया। लोक अदालत की भावना से किये गये राजीनामा के फलस्वरूप दोनों पति-पत्नि के मध्य रिश्ते पूर्ववत बने रहें व दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई व दोनों पति-पत्नि व उनके नाबालिग बच्चे को खूशी से एक साथ घर रवाना किया गया
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