मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित जमीन के पास ही 15 से 20 बीघा जमीन और आवंटन की कवायद
Tuesday, 8 June 2021

Home
Rajasthan
Rajasthan News
report exclusive.sriganganagar
जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों के साथ लिया जायजा
जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों के साथ लिया जायजा
जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों के साथ लिया जायजा
हनुमानगढ़, । जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने मंगलवार को संगरिया बायपास रोड़ पर मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित की गई 40 बीघा जमीन के पास ही 15 से 20 बीघा जमीन और आवंटित करने को लेकर नगर परिषद व चिकित्सा अधिकारियों के साथ जायजा लिया। जिला कलक्टर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए 40 बीघा जमीन पहले से आवंटित है। प्रयास ये है कि मेडिकल कॉलेज के लिए अधिकतम जमीन मिले। मल्डीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को लेकर जगह कम ना पड़े।एमबीबीएस और पीजी करने के लिए आने वाले स्टूडेंट्स को अच्छी सुविधा मिले। लिहाजा मेडिकल कॉलेज के पास ही नगर परिषद की जमीन का जायजा लिया गया। जल्द ही मेडिकल कॉलेज के लिए और जमीन भी आवंटित की जाएगी। साथ ही बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी हो चुका है। इसका शिलान्यास भी जल्द ही किया जाएगा। विजिट के दौरान जिला कलक्टर के साथ बीकानेर से आए हनुमानगढ़ मेडिकल कॉलेज के नोडल ऑफिसर डॉ अभिषेक क्वात्रा, एसडीएम श्री कपिल यादव, पीएमओ डॉ दीपक मित्र सैनी, नगर परिषद के अधिशाषी अभियंता श्री सुभाष बंसल, तहसीलदार श्री दानाराम मीना इत्यादि शामिल थे।
Tags
# Rajasthan
# Rajasthan News
# report exclusive.sriganganagar
Share This
About report exclusive news
report exclusive.sriganganagar
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आपके सुझाव आमंत्रित
क्या कॉरपोरेट घरानों द्वारा चलाए जा रहे या पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों के बीच किसी ऐसे संस्थान की कल्पना की जा सकती है जहां सिर्फ पत्रकार और पाठक को महत्व दिया जाए? कोई ऐसा अखबार, टेलीविजन चैनल या मीडिया वेबसाइट जहां संपादक पत्रकारों की नियुक्ति, खबरों की कवरेज जैसे फैसले संस्थान और पत्रकारिता के हित को ध्यान में रखकर ले, न कि संस्थान मालिक या किसी नेता या विज्ञापनदाता को ध्यान में रखकर. किसी भी लोकतंत्र में जनता मीडिया से इतनी उम्मीद तो करती ही है पर भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया के वर्तमान माहौल में संपादकों को ये आजादी बमुश्किल मिलती है. वक्त के साथ-साथ पत्रकारिता का स्तर नीचे जा रहा है, स्थितियां और खराब होती जा रही हैं. अब हम निष्पक्ष व् स्वतंत्र रूप से जुड़ने का काम करने का प्रयास कर रहे हैं.
No comments:
Post a Comment
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे