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Sriganganagar - 38 वर्ष बाद मिली कृषि भूमि की खातेदारी

 सफलता की कहानी

38 वर्ष बाद मिली कृषि भूमि की खातेदारी
श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन के निर्देशानुसार प्रशासन गांवों के संग अभियान 2021 के अंतर्गत ग्राम पंचायत बख्तावरपुरा पंचायत समिति सूरतगढ़ में शिविर आयोजित किया गया। श्रीमती हरियाबाई पत्नी श्री हिमताराम जाति अरोड़ा साकिन कालियां तहसील श्रीगंगानगर को 12 अक्टूबर 1982 को चक 1 डीओ प.नं. 63/10 कि.नं. 1 ता 25 में 23.15 बीघा अनकमांड तथा प.नं. 43/50 कि.नं. 1 ता 25 में 20.07 बीघा अनकमांड भमि जी श्रेणी में आवंटन हुई थी। भूमि आवंटन के समय आवंटिया हरियाबाई को आवंटित भूमि का प.नं. 43/58 की बजाय सहवन से प.नं.43/50 अंकित होने के कारण प्रकरण में 29 सितम्बर 2015 को प.नं. 43/58 संशोधन करने के आदेश जारी किये गये। आंवटी/वारिसान द्वारा आवंटित भूमि की नियमानुसार समस्त किश्तें राजकोष में जमा करवाये जाने के बाद भी आवंटी के वारिसान रवि सिडाना आदि को खातेदारी अधिकार प्राप्त करने हेतु काफी समय से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
आवंटी हरियाबाई के वारिसान रवि सिडाना आदि खातेदारी अधिकार के अभाव में राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने से वंचित थे। ग्राम पंचायत बख्तावरपुरा पर आयोजित शिविर में आवंटी के वारिसान को नियमानुसार खातेदारी अधिकार प्रदान किये गये। खातेदारी अधिकार प्राप्त होने पर आवंटी के वारिसान द्वारा प्रशासन गांवों के संग अभियान प्रारम्भ किये जाने पर माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार तथा शिविर में आये राजस्व अधिकारी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया तथा कहा कि आज हमें हमारी कृषि भूमि के खातेदारी अधिकार प्राप्त हो गये है, जिससे हम तथा हमारा परिवार बहुत प्रसन्न है तथा अब हम माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

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