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डेयरी पशुओं में थनैला रोग एक भयंकर समस्या: डॉ0 राजकुमार बेरवाल

 डेयरी पशुओं में थनैला रोग एक भयंकर समस्या: डॉ0 राजकुमार बेरवाल

श्रीगंगानगर,। पशु विज्ञान केंद्र सूरतगढ़ द्वारा डेयरी पशुओं में थनैला रोग की रोकथाम विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मंगलवार को किया गया।
 केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ0 राजकुमार बेरवाल ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़े पशुपालकों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी तथा डेयरी पशुओं में थनैला रोग को भयंकर समस्या बताते हुए कहा कि थनैला रोग कोई विशेष रोग नहीं है। यह पशुपालकों के द्वारा बनाया गया रोग है पशुपालक के दुग्ध दोहन का तरीका सही नहीं होने के कारण यह रोग ज्यादातर उत्पन्न होता है। हमें पूर्ण हस्त विधि द्वारा दुग्ध दोहन करके इस रोग से काफी हद तक पशु को बचाया जा सकता है। प्रशिक्षण शिविर में केंद्र के डॉ0 अनिल घोड़ेला तथा डॉ0 मनीष कुमार सेन ने पशु को थनैला रोग से बचाने के लिए दुग्ध दोहन के पश्चात पशु को लगभग आधे घंटे तक बैठने नहीं देना चाहिए तथा पशु के दुग्ध दोहन के पश्चात चारों थनो को लाल दवा से धोकर साफ करके कीटाणु रहित करना चाहिए प्रशिक्षण शिविर में पशु विज्ञान केंद्र के द्वारा लेबोरेटरी में दुग्ध, मूत्रा, गोबर, खून आदि की निशुल्क जांच के बारे में विस्तार से बताया प्रशिक्षण शिविर में लगभग 28 पशुपालकों ने भाग लिया।

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