एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत व्याख्यान एवं संगोष्ठी
श्रीगंगानगर,। राजकीय कन्या महाविद्यालय में एक भारत श्रेष्ठ भारत समिति एवं एम एन सी बालिका महाविद्यालय, नलबाड़ी, असम के संयुक्त तत्त्वावधान में एक भारत श्रेष्ठ भारत दिवस के अवसर पर असम की संस्कृति पर व्याख्यान एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।महाविद्यालय के प्राचार्य (कार्यवाहक) डॉ. आशा शर्मा ने असम के वक्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह विशेष उल्लेखनीय है कि असम के इन वक्ताओं ने अंग्रेजी और असमिया की बजाय हिंदी में व्याख्यान दिया, जिससे विद्यार्थियों को असम को समझने में आसानी हुई। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत संबद्ध असम के महाविद्यालय को मदद के लिए हम सदैव तत्पर रहेंगे। डॉ. डी पी सिंह ने समिति और वक्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस संगोष्ठी से विद्यार्थी लाभान्वित हुए और उन्हें असम को समझने का अवसर प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर असम के एम एन सी बालिका महाविद्यालय की सहायक आचार्य डॉ. निहारिका मोरन ने असम के खान-पान, परिधान एवं सामाजिक संरचना पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि असम खान-पान के क्षेत्रा में अपना विशिष्ट स्थान रखता है। इसी महाविद्यालय के सहायक आचार्य श्री अनुपम सरमा ने असम की सामाजिक और आर्थिक संरचना के साथ असम के निवासियों और उनकी विशेषताओं के बारे में बताया। सहायक आचार्य सुश्री बॉन्टी हजारिका ने असम की भौगोलिक और राजनीतिक संरचना के बारे में बताया।
समिति प्रभारी डॉ. आशाराम भार्गव ने औपचारिक धन्यवाद देते हुए कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ महत्ती योजना है जिसके द्वारा भारत की विविधता को जानने का अवसर मिलता है साथ ही इस विविधता में एकता का भी बोध होता है। एक भारत श्रेष्ठ भारत की महाविद्यालय नोडल डॉ. मधु वर्मा ने मंच संचालन किया और अतिथियों का स्वागत करते हुए असमिया भाषा को सीखाने हेतु किए जा रहे प्रयासों और कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर तकनीकी सहायक नरेश कुमार के साथ छात्राएं उपस्थित रहीं।
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