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उत्कृष्ट सेवा के लिए 250 रेल कर्मियों को सम्मानित किया

 उत्कृष्ट सेवा के लिए 250 रेल कर्मियों को सम्मानित किया


श्रीगंगानगर, । 16 अप्रैल 1853 को बोरीबंदर और ठाणे के बीच भारत में चली पहली रेलगाड़ी की स्मृति में, उत्तर रेलवे ने 67वें रेल सप्ताह समारोह का शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजन किया। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने इस पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की।
 समारोह की शुरूआत उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक द्वारा उत्कृष्ट सेवा करने वाले 250 रेलकर्मियों (अधिकारियों एवं कर्मचारियों) को पुरस्कृत करने के साथ हुई। कार्य-निष्पादन मानकों के आधार पर महाप्रबंधक द्वारा 54 रनिंग शील्डें प्रदान की गईं। ‘‘महाप्रबंधक उत्कृष्टता शील्ड’’ लखनऊ मंडल को तथा सभी क्षेत्रों में ‘‘सर्वश्रेष्ठ कार्य निष्पादन’’ के लिए दिल्ली मंडल को शील्ड प्रदान की गई। बेस्ट इम्प्रूवमेंट शील्ड फ़िरोजपुर मंडल को दी गई। सर्वाधिक मितव्ययिता के लिए मुरादाबाद और फ़िरोजपुर मंडलों को संयुक्त रूप से शील्ड प्रदान की गयीं।
 इस अवसर पर संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ने प्रमुख कार्य-क्षेत्रों में उत्तर रेलवे की विभिन्न उपलब्धियों के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों से उबरने में राष्ट्र की मदद् कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष में अनेक प्रमुख उपलब्धियां हासिल की हैं। माल लदान और आय अब तक की सर्वश्रेष्ठ रही है। कोरोना काल से पहले की चल रहीं लगभग सभी रेलगाडियों को बहाल कर दिया गया है। माननीय प्रधानमंत्री के मिशन गति शक्ति के अंगर्तगत रेलपथों पर संरक्षा और रेलगाडियों की गति सीमा बढ़ाने के लिए प्रमुख ढांचागत परियोजनाएं शुरू की गयी हैं। चिनाब पुल के आर्क का निर्माण कर लिया गया है। अन्य हिमालयन रेल परियाजनाएं भी तीव्र गति से चल रही हैं। श्री गंगल ने संरक्षा के क्षेत्र में उत्तर रेलवे की उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि उत्तर रेलवे पर संरक्षाए गतिशीलता और पर्यावरण सुरक्षा हमारी प्राथमिकता रहेगी।

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