श्रीगंगानगर,। नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिला जिला पुलिस अधीक्षक श्री परिस देशमुख अनिल के निर्देशानुसार नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला पुलिस थाना सदर द्वारा श्रीगंगानगर की टांटिया यूनिवर्सिटी में आयोजित हुई।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए राजकीय नशामुक्ति परामर्श एवं उपचार केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रविकांत गोयल ने कहा कि अनेक बार जिसे हम निकट का मित्र कहते हैं, वह कहता है कि एक बार नशा तो ले कर देख ले। नहीं तो ऊपर जाकर भगवान को क्या जवाब देगा। यही जीवन में दुःख का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि जीवन में बढ़ते तनाव, निराशाआें और बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने में हताश होने पर जो लोग नशे रूपी दलदल की तरफ बढ़ जाते हैं, वे विनाश और बर्बादी के अलावा कुछ भी नहीं पाते। शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी श्री मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि नशा वो बीमारी बनता जा रहा है, जो हमारी वर्तमान नस्लों को बर्बाद कर रहा है। नशे की बीमारी को जड़ मूल से मिटाने के लिए हर नागरिक को इस जंग में उतरना पड़ेगा।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए टांटिया कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ. उम्मेद सिंह शेखावत ने कहा कि विद्यार्थी अपने दिन के 24 घंटां की नियमित रूप से रूपरेखा बनाएं। उसमें योग और प्राणायाम को भी स्थान दें। थाना चौकी रीको के प्रभारी श्री केशव शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी अपना पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर केंद्रित रखें। जो अवैध रूप से नशा बेचते हैं, उनकी सूचनाएं औषधि नियंत्रण विभाग, अध्यापकों, ग्राम पंचायत, बीट प्रभारी, थानाधिकारियों के माध्यम से सांझा करें ताकि उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जा सके। इस मौके पर टांटिया यूनिवर्सिटी के डीन श्री राकेश वर्मा, साइक्लोजिस्ट काउंसलर डॉ. मनीष बाघला सहित अन्य उपस्थित रहे। मंच संचालन श्री राजकुमार जैन ने किया।
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