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वृहद स्तर पर राष्ट्रीय लोक अदालत का मामला दर्ज किया गया

 

वृहद स्तर पर राष्ट्रीय लोक अदालत का मामला दर्ज किया गया

श्रीगंगानगर,। राष्ट्रीय व राज्य न्यायिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर श्रीगंगानगर न्यायक्षेत्र में 13 मई 2023 को शनिवार को जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री सत्यनारायण व्यास की अध्यक्षता में वृहत स्तर पर वर्ष 2023 की द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत में फैसला सुनाया गया। जिसका शुभारंभ आज सुबह 9.50 बजे (एक चकमा केंद्र) में द्वीप पर किया गया। यह लोक अदालत जिला मुख्यालय के साथ-साथ जिले के हर पेज पर व्यस्त मुख्यालयों में भी लगी हुई है। राष्ट्रीय लोक न्यायालय में राजस्व से संबंधित मामले भी बैंच बनाए गए वास्तविक प्रेषक संग्रह अधिकारी और सदस्य राजस्व अधिकारी बनाए गए।

 प्राधिकरण के सचिव गजेंद्र सिंह तेनगुरिया (एडीजे) ने बताया कि इसके पक्ष में सहमति से प्रकरणों में राजीना में करवाये गए। जिला मुख्यालय पर सैशन स्तर, महिला उत्पीड़न व एससी/एसटी के मामलों की लोक अदालत एवं सेशन जज सत्यनारायण व्यास, प्री-लिटिगेशन प्रकरण, जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग व न्यायिक न्यायालय स्तर के मामलों की लोक अदालत गजेंद्र सिंह तेनगुरिया (एडीजे) व सदस्य जयप्रकाश गौतम, पैनल अधिवक्ता, मोटरयान दुर्घटना, पारिवारिक मामले, एंडी पीएस के मामलों के लोक न्यायालय दीपक कुमार, न्यायाधीश द्वारा आरोपित। इसी प्रकार अन्य फोजदारी एवं दीवानी प्रकरणों की लोक अदालत नवदीप, अति. मेनेजमेंट सं. 02, व एन.आई.एक्ट. एपीसोड की लोक अदालतों के हाथ में संजिस्ट्रेट है। 02, श्रीगंगानगर के प्रेसिडेंट्स में लगा हंगामा।

       जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीगंगानगर के सचिव श्री गजेन्द्र सिंह तेनगुरिया (एडीजे) श्रीगंगानगर ने बताया कि लोक अदालत की सफल परख याचिका पूरी जिले के लिए कुल 13 शाखाओं का गठन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 43722 प्रकरण रखे गए जिनमें 12447 न्यायालयों में मुकदमे व 31275 प्रकरण प्रिलिटिगेशन के थे। पक्षकारन ने राष्ट्रीय लोक अदालत में पूर्णतया वृद्धि-चढ कर भाग लिया और अपने मुकदमों की राष्ट्रीय लोक अदालत की भावना के माध्यम से समझौता निस्तारण आरोपित किया गया। राष्ट्रीय लोक माध्यम से अदालतों ने कुल 3792 मामलों को निस्तारित किया और कुल 1,00,55,02,951 ब्यूरो का अधिनिर्णय पारित किया। इसी प्रकार बैंक ऋण, बीएसएनएल व विधुत निगम के एवं राजस्व के प्रि-लिटिगेशन के कुल 22,249 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निस्तारण राजीना में से कर कुल 9,82,86, 719 डॉलर राशि चक्र पारित किया गया। जिला उपभोक्ता मंच के 55 प्रकरणों को न्यायालय के लोगों द्वारा रखा गया जिसमें से उपभोक्ता के 14 प्रकरणों का निस्तारण राजीनामा से विवरण किया गया।

 राष्ट्रीय लोक अदालत में राजी एक

साथ घर छोड़ा पति-पत्नी

 फैमिली कोर्ट, श्रीगंगानगर सं. 01 एपिसोड के पक्षकार कविता उरी सिमरन बनाम कुलदीप उपस्थित हुए। किस प्रार्थी कविता ने अपने पति के विरोधी भरण-चोरी की चोरी हनन कानूनी याचिका दायर की थी, जिसमें पति-पत्नी लगभग 14 साल से अलग-अलग रह रहे थे। राष्ट्रीय लोक दिवस न्यायालय दोनों पक्षों के दर्मियान लोक अदालत बैंच के अध्यक्ष दीपक कुमार, न्यायाधीश, परिवार न्यायालय क्रम-1 श्रीगंगानगर एवं सदस्य शैलेन्द्र कुमार द्वारा राजीनामा को समझाईश की गई। बैंच के अध्यक्ष दीपक कुमार द्वारा दम्पति के बीच में समझा गया कि डैम्पत्ति को मिलजुल कर रहने का महत्व है। अदालत की भावना से पति-पत्नी ने खुले मन से बातचीत की और आपसी मनमुटाव की बातों को एक साथ जीवन बसर करने का मानस बनाया और एक साथ रहने पर राजी हो गई।

इसी प्रकार पारिवारिक सं. 01 के एपिसोड आरती बनाम फिरोज सिंह में पक्षकार प्रार्थी आरती एवं अप्रवासी फिरोज सिंह उपस्थित हुए। जिसमें प्रार्थी व अप्रवासी हिंदू विवाह अधिनियम तलाक याचिका दायर की गई थी। प्रार्थीया आरती ने अपने दो पुत्रों व स्वयं के लिए भरण-प्रवेश का प्रार्थना पत्र भी पेश किया था। दोनों पक्ष लगभग 4 साल से अलग रह रहे थे। राष्ट्रीय लोक के दिन अदालत दोनों पक्षकार मेरे माता-पिता जी सहित स्वयं उपस्थित हुए। दोनों पक्षकारों के मध्य लोक अदालत बैंच के अध्यक्ष दीपक कुमार, जज, परिवार सं. 01 व सदस्य शैलेन्द्र कुमार एवं प्रार्थी के न्यायमित्र श्री राजेन्द्र कुमार ग्रोवर व अप्रार्थी के न्यायमित्र श्री टीटू मदान द्वारा राजीनामा हेतु दम्पति के दरमियान समझाईश करवाई गई। बैंच अध्यक्ष दीपक कुमार ने समझाईश करते हुए लोक अदालत की भावना से दम्पति को एक साथ खुले मन से बात करने को कहा तो दम्पती एक साथ मिलजुल कर राजी खुशी के साथ बसने को राजमंदिर हो गया और लोक अदालत की भावना से सभी याचिकाओं का आशंका की इच्छा। जज दीपक कुमार ने दत्पत्ति को सुखी दाम्पत्य जीवन की शुभकामनायें दी। दोनों ने एक दुसरे को पहनावा पहनाया, अपने हस्ताक्षर की लोक अदालत की भावना से प्रेरित राजीनामा द्वारा निस्तारण दस्तावेज

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