हनुमानगढ़। साठ साल की आयु पूर्ण करने वाले निर्माण श्रमिकों के लिए पेंशन लागू करने सहित दस सूत्री मांगों को लेकर निर्माण मजदूरों ने सोमवार को राजस्थान निर्माण मजदूर यूनियन (सीटू) के बैनर तले जिला मुख्यालय पर स्थित श्रम विभाग कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम जिला श्रम कल्याण अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि शुभ शक्ति योजना को चालू कर 8वीं पास की अनिवार्यता समाप्त की जाए ताकि बच्चियों को आगे बढऩे में सहायता मिल सके, श्रम विभाग की ओर से करवाए गए भौतिक सत्यापन में निरस्त किए गए आवेदनों में वंचित पात्र निर्माण श्रमिकों के आवेदन स्वीकृत कर उन्हें सहायता दी जाए तथा आवेदन करने की समय सीमा बढ़ाई जाए, विभाग की ओर से सैस एकत्रित करने में की जा रही भारी अनियमितता को लेकर अभियान चलाकर सैस एकत्र किया जाए, दूसरे राज्यों की भांति राजस्थान में भी निर्माण श्रमिकों को 60 वर्ष आयू के बाद पेंशन लागू की जाए, निर्माण श्रमिकों की पंजीयन डायरी में आधार, जनआधार जोडऩे की व्यवस्था सभी जिला स्तर पर की जाए, निर्माण श्रमिकों को शीघ्र ही भविष्य निधि एवं ईएसआई जैसी केन्द्रीय योजनाओं से जोड़ा जाए, प्रदेश के सभी श्रम कार्यालयों पर बोर्ड की ओर से ई-मित्र की व्यवस्था की जाए क्योंकि बाहर के ई-मित्र भारी राशि वसूल कर रहे हैं, योजनाओं में समय सीमा तय की जाए, प्रवासी निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण आधार कार्ड एवं उनके स्वयं के शपथ-पत्र पर पंजीयन किया जाए, बीओसी डब्ल्यू बोर्ड की राशि लगभग 385 करोड़ जो राज्य सरकार ने कोविड-19 के समय अन्य राहत कार्यों के लिए उधार ली थी वह वापस बोर्ड में जमा करवाई जाए।
इस मौके पर शेरसिंह शाक्य, मुकद्दर अली, रामचन्द्र, बसंत सिंह, शत्रोहन, अरविन्द सिंह, हरीराम, भरत, सुरेश कुमार, प्रेमचन्द कुमार, रामस्वरूप, सुनील, पप्पूराम, तरसेम सिंह आदि मौजूद थे।
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