जिला प्रशासन ने की पहली बैठक, इस बार पहली बार टेंट सिटी, सुरक्षा व सुविधा के पुख्ता इंतज़ाम
हनुमानगढ़। उत्तर भारत के सबसे बड़े सांप्रदायिक सौहार्द्र के प्रतीक गोगामेड़ी मेले की तैयारियाँ इस वर्ष भी पूरे उत्साह के साथ प्रारंभ हो गई है। 2025 का यह ऐतिहासिक मेला 9 अगस्त से आरंभ होगा और पूरे भाद्रपद मास तक चलेगा। मेले की व्यवस्थाओं को लेकर शुक्रवार को गोगामेड़ी ग्राम पंचायत सभागार में पहली पूर्व बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर श्री काना राम और पुलिस अधीक्षक श्री हरि शंकर ने की। बैठक में कानून-व्यवस्था, यातायात, पेयजल, चिकित्सा, स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्थाओं सहित तमाम विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
बैठक से पूर्व, जिला कलेक्टर व एसपी ने गोगाजी की समाधि पर पूजा-अर्चना की और परिसर का निरीक्षण कर हरियालो राजस्थान अभियान के तहत पौधरोपण कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि मेले को जनसहभागिता और विभागीय समन्वय से बेहतर रूप में आयोजित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी सुगम एवं सुखद बनाने हेतु इस बार प्रवेश रूट के स्वरूप को भी बदलना भी प्रस्तावित है।
गोगामेड़ी मेले में हर वर्ष देशभर से करीब 25 लाख श्रद्धालु गोगाजी महाराज के दर्शन हेतु पहुंचते हैं। इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त पार्किंग, स्वच्छता युक्त शौचालय, मोबाइल नेटवर्क सुधार के लिए अतिरिक्त टावर, तथा निशुल्क पंडालों की विशेष व्यवस्था का निर्णय लिया है। वहीं, इस बार पहली बार देवस्थान विभाग की ओर से कुंभ मेले की तर्ज पर एक विशाल ‘टेंट सिटी’ भी बनाई जाएगी, जहां प्रतिदिन 5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु फूड इंस्पेक्टरों की टीमें तैनात रहेंगी और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जिला कलेक्टर ने कहा कि अब तक ग्राम पंचायत की ओर से जो साफ सफाई के कार्य करवाए जाते थे, इस बार नगर पालिका को अधिक जिम्मेदारी दी जा रही है ताकि तकनीकी और अनुभव आधारित प्रबंधन बेहतर ढंग से हो सके। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और यातायात व्यवस्था से लेकर आपातकालीन सेवाओं तक सभी मोर्चों पर विस्तृत योजना बनाई जा रही है।
बैठक में भादरा विधायक श्री संजीव बेनीवाल, प्रधान श्री सोहन ढील, एडीएम नोहर श्रीमती संजू पारीक, एसडीएम श्री पंकज गढ़वाल, सहायक आयुक्त श्री ओमप्रकाश, और विभिन्न विभागों के अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सहायक आयुक्त ओमप्रकाश ने बताया कि जिला कलेक्टर द्वारा प्रदत्त निर्देशों के अनुरूप मेले को सफल, सुव्यवस्थित और श्रद्धालु केंद्रित बनाने हेतु सभी विभाग संयुक्त प्रयास कर रहे हैं।
गोगामेड़ी मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह सामाजिक समरसता, सांप्रदायिक सौहार्द्र और संस्कृति का जीवंत उदाहरण भी है, जहां हिंदू-मुस्लिम श्रद्धालु एक साथ आस्था का पर्व मनाते हैं। इस वर्ष का आयोजन प्रशासनिक समर्पण और जनभागीदारी से और अधिक गरिमामयी होने की उम्मीद के साथ
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे