मां ब्रह्माणी मंदिर चोरी का पर्दाफाश,काली बावरिया गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, लाखों की मूर्तियां चोरी करने वाले आरोपी हरियाणा से दबोचे

पल्लू पुलिस की कार्रवाई
अंतर्राजीय गुलेल गैंग के तीन सदस्य पल्लू पुलिस ने किया काबू। 

हनुमानगढ़ | पुलिस ने मां ब्रह्माणी मंदिर पल्लू में हुई बड़ी चोरी का खुलासा कर दिया है। शातिर काली बावरिया (गुलेल गैंग) के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि गैंग की सरगना काली बावरिया समेत पांच आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने हरियाणा से गिरोह के तीन सक्रिय सदस्यों को दस्तयाब कर चोरी का सामान बरामद किया है।  

मंदिर से चांदी की मूर्तियां और आभूषण उड़ा ले गए थे चोर  

20 अक्टूबर 2025 की रात करीब 1.30 से 2.00 बजे के बीच अज्ञात चोरों ने मंदिर का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया था। चोर मां ब्रह्माणी की अस्थायी चांदी की मूर्ति (लगभग 8 किलोग्राम वज़न), काली माता की मूर्ति का चांदी का मुकुट, चांदी का छत्र और अन्य आभूषण चोरी कर ले गए। इस वारदात को लेकर थाना पल्लू में मुकदमा संख्या 228/2025 धारा 305(1), 331(4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।  

पुलिस अधीक्षक ने बनाई विशेष जांच टीम  

मामले की गंभीरता और स्थानीय आस्था को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हरी शंकर ने जिला स्तर पर विशेष टीम गठित की। टीम का नेतृत्व उपनिरीक्षक विजेन्द्र शर्मा, थानाधिकारी पल्लू ने किया। कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नोहर गीता चौधरी व वृताधिकारी नोहर के सुपरविजन में हुई।  

हरियाणा से पकड़े गए आरोपी  

तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के आधार पर सीआईए स्टाफ महेन्द्रगढ़ की मदद से पुलिस ने हरियाणा से तीन शातिर आरोपियों को पकड़ा।  

1. जगत सिंह उर्फ दीपक (28) पुत्र धर्मसिंह बावरिया निवासी नेहरूगढ़ (गामड़ी), कोसली, जिला रेवाड़ी (हरियाणा)  

2. सविता (25) पत्नी जगत उर्फ दीपक बावरिया निवासी नेहरूगढ़ (गामड़ी), जिला रेवाड़ी (हरियाणा)  

3. पूजा (28) पुत्री सत्यवीर पत्नी नवीन निवासी रामबास, थाना तिजारा, जिला कोटपूतली-बहरोड़, हाल पडतल थाना कनीना सदर, जिला महेन्द्रगढ़ (हरियाणा)  

गैंग की सरगना काली बावरिया समेत पांच फरार  

पुलिस के अनुसार गैंग की मुख्य सरगना काली बावरिया, जो खुद को धर्मपरायण महिला के रूप में प्रस्तुत करती है, असल में अंतरराज्यीय चोर गिरोह की मुखिया है। उसके खिलाफ हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और अन्य राज्यों में लगभग 60 मुकदमे दर्ज हैं।  

1. काली (40) पत्नी सत्यवीर उर्फ अजीत बावरिया निवासी पडतल, कनीना सदर, महेन्द्रगढ़ 

2. अजीत (40) पुत्र ओमप्रकाश निवासी बावनियां, हाल पडतल, कनीना सदर  

3. विजय उर्फ विजया (20) पुत्र सत्यवीर निवासी पडतल, कनीना सदर  

4. पिंकी (18) पुत्री सत्यवीर निवासी पडतल, कनीना सदर  

5. सिया (19) पत्नी विजय उर्फ विजया निवासी पडतल, कनीना सदर  

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम 

यह गिरोह पहले अपने आप को घुमंतू परिवार बताकर मंदिरों में आस्था दर्शन के बहाने जाता था। मुख्य आरोपी काली बावरिया मंदिरों की निगरानी कर गुप्त सूचना अपने पति और पुत्र को देती थी। रात्रि में मौका देखकर गैंग के सदस्य चोरी को अंजाम देते और तुरंत ठिकाना बदल लेते थे।  

 इन थानों में भी खुलासा हुआ  

मां ब्रह्माणी मंदिर चोरी की तफ्तीश के दौरान पुलिस ने इस गैंग से जुड़ी कई अन्य वारदातों का भी खुलासा किया है:  

1. मुकदमा संख्या 105/2025 – थाना कालू, बीकानेर  

2. मुकदमा संख्या 174/2025 – थाना साहवा, चुरू  

3. मुकदमा संख्या 144/2025 – थाना गजनेर, बीकानेर  

4. मुकदमा संख्या 220/2025 – थाना हम्मीरवास, चुरू  

5. मुकदमा संख्या 282/2025 – थाना महेन्द्रगढ़ सदर, हरियाणा  


पुलिस टीम का सराहनीय योगदान  

इस कार्रवाही में उपनिरीक्षक विजेन्द्र शर्मा के साथ हेड कॉन्स्टेबल मनीष कुमार, कॉन्स्टेबल रमेश, हरलाल, सरजीत सिंह, शिशराम, ओमप्रकाश, सांवरमल, मनीषा (थाना पल्लू) एवं अरविन्द सिहाग (थाना रावतसर) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साइबर टीम, हनुमानगढ़ का भी तकनीकी सहयोग रहा।  

अन्य वारदातें भी खुलने की संभावना  

एसपी हरी शंकर ने बताया कि जांच जारी है। प्राथमिक पूछताछ में गैंग द्वारा राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में कई और मंदिर चोरी की वारदातों में संलिप्तता के संकेत मिले हैं। आने वाले दिनों में और खुलासे की संभावना है।


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