नई दिल्ली। कृषि जागरण संस्थान द्वारा पूसा इंस्टीट्यूट के मेला ग्राउंड, नई दिल्ली में आयोजित मिलेनियम फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड 2025 कार्यक्रम में ‘हकीकत राजस्थान, हनुमानगढ़’ को प्राकृतिक खेती में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान संस्था के सतत प्रयासों, नवाचार और टिकाऊ कृषि मॉडल की राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान माना जा रहा है।
कार्यक्रम में संस्थान के अध्यक्ष भगवान सिंह खुड़ी, राकेश गोदारा, कमलजीत सिंह, प्रेम महिया और राहुल शर्मा को सम्मान प्रतीक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। यह सम्मान मिस्टर रिकी थापर (जॉइंट सेक्रेटरी, पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया) और अलयोना वासयुनिना (डायरेक्टर, इंटरनेशनल अफेयर्स एंड कॉरपोरेशन, प्रो याबलोको, रूस) द्वारा प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन कृषि जागरण संस्थान के फाउंडर चीफ एम. सी. डोमिनिक और मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमति शाइनी डोमिनिक के नेतृत्व में किया गया। इस भव्य समारोह में देशभर के किसान, कृषि वैज्ञानिक और विभिन्न संस्थान शामिल हुए। मंच से प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण, मृदा उर्वरता बढ़ाने और टिकाऊ कृषि प्रणालियों को भविष्य की खेती का आधार बताया गया।
सम्मान ग्रहण करते हुए संस्था के अध्यक्ष भगवान सिंह खुड़ी ने कहा कि यह पुरस्कार केवल हकीकत संस्था का नहीं, बल्कि उन 3000 उपभोक्ताओं का भी सम्मान है जिन्होंने हर कदम पर सहयोग और विश्वास बनाए रखा। उन्होंने बताया कि संस्था की नींव स्वर्गीय ओमप्रकाश मांझू द्वारा रखे गए संकल्प से पनपी, जो आज एक सशक्त मॉडल का रूप ले चुकी है।
हकीकत संस्था द्वारा—
प्राकृतिक खाद और जैविक तकनीक का उपयोग,
रसायनमुक्त खेती को बढ़ावा,
मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के नए मॉडल,
किसानों को नियमित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन
जैसे कार्य किए जा रहे हैं। संस्था ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
कार्यक्रम में देशभर से आए किसानों ने हकीकत के मॉडल को “प्राकृतिक खेती का भविष्य” बताते हुए उनकी उपलब्धियों की सराहना की। यह सम्मान न केवल संस्था के लिए प्रेरणा है, बल्कि प्राकृतिक खेती को राष्ट्रीय स्तर पर एक आंदोलन के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम भी माना जा रहा है।
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