समेजा कोठी।राज्य सरकार किसानों से एमएसपी पर फसल खरीद कर रही हैं।एमएसपी मूल्य पर फसल बेचान करने के लिए पंजीकरण करवाने के लिए जब किसानों ने गिरदावरी निकाली तो किसानों की गिरदावरी व यथा स्थिति फसल में काफी अंतर आ रहा हैं।ऐसा लग रहा हैं कि गिरदावरी करते समय पटवारी ने फसल बिजान का मौका मुआयना नही किया,जिसका खामियाजा किसान भुगत रहे हैं।किसान सुरेंद्र पाल सिंह चक 15 पीटीडी बी मुरब्बा नंबर 33 के रकबे में पूरी फसल गेंहू की बिजान की है जिसमे गिरदावरी में पूरा रकबा सरसो का दिखा रखा है।दूसरा मामला किसान बृजलाल स्वामी चक 15 पीटीडी बी मुरब्बा नंबर 5 व 17 पीटीडी में कुल दोनो में 13 बीघा सरसों बिजान है लेकिन गिरदावरी में 2 बीघा सरसों दिखाई है।चक्क 15 पीटीडी में 4 बीघा खाली जमीन दर्शाई है लेकिन रकबा पूरा बिजान किया हुआ है।तीसरा मामला महेंद्र सिंह चक्क 15 पीटीडी बी जिसमे किसान ने 3 बीघा सरसों बिजान की हुई हैं लेकिन गिरदावरी में .202 बीघा ही सरसों दिखाई गई हैं।इस प्रकार बिना मौका देखे की गई गिरदावरी का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं।किसान अब फसल एमएसपी पर नही बेच पाएंगे,क्योंकि जो फसल है उसकी गिरदावरी नही है।किसानों की प्रशासन से मांग है की गिरदावरी में संशोधन कर गिरदावरी दी जावे ताकि फसल एमएसपी पर बेच सके।
अब गिरदावरी में संशोधन नही हो सकता
(पटवारी स्वदेश टाडा)
किसान जिनकी गिरदावरी में गड़बड़ है वो प्रार्थना पत्र देवे समस्या हल करने की कोशिश की जावेगी
(नायब तहसीलदार समेजा मंजीत सिंह)
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